उन्नाव; पेड़ पर लटकता मिला अधेड़ का शव, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

सफीपुर/उन्नाव। कोतवाली क्षेत्र के एक व्यवसायी का बीती देर रात बेरी के पेड़ से शव लटका मिलने से गांव सहित क्षेत्र में सनसनी फैल गई। वही मृतक के पुत्र ने पिता की हत्या किए जाने की आशंका जताते हुए दो नामजद को नामजद करते हुए पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कोतवाली क्षेत्र के उनवा गांव निवासी सलमान पुत्र राजू ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि मेरे पिता ने कुछ दिन पूर्व एक जमीन चकलवंसी परियर मार्ग पर दुर्गेश उर्फ नीलू सिंह पुत्र राजपाल सिंह निवासी अटवा तथा शिव बोधन तिवारी पुत्र अज्ञात निवासी गोपालपुर के माध्यम से खरीदी थी।

उसी जमीन की बात चीत को लेकर गुरुवार देर शाम लगभग 8:30 बजे बुलाकर मेरे पिता को ले गए बहुत देर तक जब पिता घर नही पहुँचे तो उसने खोज बिन की तो गांव किनारे बने कब्रिस्तान के बगल में उनका शव बेरी के पेड़ से लटकता मिला ।मुझे शक उक्त दोनों ने मेरे पिता राजू पुत्र अब्दुल रहीम की हत्या कर बेरी के पेड़ से शव को लटका दिया । हत्यक की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया वही हत्या को लेकर गांव में तनाव पूर्ण माहौल बना हुआ है जिसके कई थानों का पुलिस बल सहित पीएससी को गांव में तैनात किया गया है। पोस्टमार्टम के बाद गांव शव पहुँचते ही कोहराम मच गया पुलिस ने अपनी निगरानी में शव को दफ़नवा दिया। पुलिस ने मृतक के पुत्र की तहरीर पर दो नामजद सहित अन्य अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

फर्जी बैनाम हो सकता है हत्या की वजह

सफीपुर उन्नाव। उनवा में हुई राजू की हत्या के पीछे जो मुख्य वजह जमीन के फर्जी बैनामा की हो सकती है। बताते दे कि राम चरण की चकलवंशी ~परियर मार्ग पर बेशकीमती जमीन थी। जिसे क्षेत्र के ही गोपालपुर निवासी शिवबोधन तिवारी एवम अटवा गांव निवासी नीलू सिंह के जालसाज गिरोह ने फर्जी रामचरण को खडाकर अपने ही लोगो को गवाह बनाकर बैनामा राजू के नाम करा दिया।जमीन पर चकलवंशी स्थित एक बैंक का ऋण था। दाखिल खारिज के लिए उसकी अदायगी होना अनिवार्य था। जिसके लिए जब बैंक में फर्जी आधारकार्ड के माध्यम से ऋण जमा करने का प्रयास हुआ तो मामला पूर्व प्रधान के संज्ञान में आ गया । उसने क्रेता राजू के खिलाफ एसडीएम व पुलिस में शिकायत करी। तब राजू को अपने साथ जालसाजी होने पता चला।

तो उसने पूर्व प्रधान से सम्पर्क कर अपने खर्च पर बैनामा कर रामचरण को जमीन वापस करने का गुरुवार को समझौता कर लिया एवम जालसाजी करने वालों से अपनी जमीन क्रय के लिए दी गई धनराशि वापस करने को कहा था, सूत्र बताते है कि इस गिरोह में कई सदस्य शामिल है जो जालसाजी का व्यवसाय क्षेत्र में पनपा रहे है। ग्रामीणों के अनुसार पुलिस को मौके पर एक बाइक मिली जो शिवबोधन तिवारी की ही बताई जाती है। जबकि नीलू भी उसकी गिरफ्त में है ।

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