सीतापुर में ग्रामीणों ने पकड़ा कैमरा और Barcode लगा गिद्ध, नेपाल से संबंध की आशंका

लगभग विलुप्त हो चुके गिद्धों पर रीसर्च चल रही है। रीसर्च के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले गिद्धों पर बैच कोड और कैमरे लगाए जाते हैं। ऐसा ही एक गिद्ध कुछ दिन पहले यूपी के कुशीनगर में पाया गया था। अब एक गिद्ध सीतापुर जिले में पाया गया है। गिद्ध पर लगे टैग के आधार पर आशंका जताई जा रही है कि यह नेपाल से संबंधित हो सकता है। हालांकि, टैग पर लिखे नंबरों पर फोन करने पर संपर्क नहीं हो पाया। बाद में ग्रामीणों और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में काटरगंज रेंज ऑफिस ले जाया गया है।

​कैमरे और बैच कोड वाला गिद्ध

सीतापुर के महोली इलाके के ग्राम सहजापुर में एक गिद्ध कहीं से उड़कर आ गया। संदेह होने पर ग्रामीणों ने उसे पकड़कर स्थानीय पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। पकड़े गए गिद्ध के पंखो में लगे बैच कोड पर बीसीएन नेपाल और बीएनएचएस भारत अकिंत है और उसके पंख में कैमरा भी लगा है। बैच कोड पर दिए गए नम्बरों पर संपर्क न होने पर जहां मामले को सदिंग्ध माना जा रहा है। वहीं, अधिकारी इस गिद्ध को रिसर्च सेंटर से सम्बन्धित होना बता रहे हैं।

​नेपाल से संबंध की आशंका

जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 1 बजे के आसपास सहजापुर गांव के दक्षिण में बने देवी मंदिर के पास यह गिद्ध आकर गिरा। ग्रामीणों ने इस बैच देखकर जानकारी कोतवाली प्रभारी राजेंद्र शर्मा को दी और वन विभाग के अधिकारियों को भी अवगत कराया। सूचना पाकर सीओ सदर एमपी सिंह कोतवाली प्रभारी राजेंद्र शर्मा वनविभाग के अधिकारियों मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने इसे एक संरक्षित प्रजाति का पक्षी बताया। इस पर लगे हुए टैग के आधार पर नेपाल देश से होने की आशंका जताई जा रही है।

​एक्सपर्ट पढ़ेंगे टैग

नविभाग के अधिकारी पुलिस अधिकारी तमाम ग्रामीणों की मौजूदगी में गिद्ध को अपने साथ काटरगंज रेंज ऑफिस लेकर गए। वन दरोगा राहुल यादव ने बताया कि गिद्ध के ऊपर लगे बैच कोड पर बीसीएन नेपाल और बीएनएचएस भारत के साथ कुछ नम्बर पड़े हैं। पक्षी और टैग के फोटो लेकर जिला मुख्यालय को भेजे गया है। जब टैग एक्सपर्ट द्वारा पढ़ा जाएगा तभी इसकी विस्तृत जानकारी हो पाएगी।

​नंबरों पर नहीं हो पाया संपर्क

पुलिस और ग्रामीणों के अनुसार बैच कोड पर नंबरों पर संपर्क नहीं हो पा रहा है। जिससे मामला सदिंग्ध भी लगता है। बताया यह भी जा रहा है कि यह एक संरक्षित प्रजाति है। नेपाल के चितवन में बर्ड कन्वर्जशन नेपाल औश्र बाम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी के कालेब्रेशन से संरक्षित गिद्धों पर रिसर्च की जा रही है। यह गिद्ध उसी का हिस्सा हो सकता है।

​कुशीनगर में भी मिला था टैग वाला गिद्ध

इसी साल अप्रैल महीने में कुशीनगर जिले में भी गिद्ध पाया गया था, जिसपर C3 टैग और जीपीएस चिप लगी थी। उसे वन विभाग के अधिकारी अपने साथ ले गए थे। गिद्धों के संरक्षण, उनकी गणना और उनपर रिसर्च के लिए इस तरह उनकी टैगिंग की जाती है।

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