श्रीलंका में हिंसा : एक हफ्ते में ऐसा प्रधानमंत्री नियुक्त करूंगा जिस पर लोगों को हो भरोसा-राजपक्षे

आर्थिक संकट के साथ उग्र हिंसक आंदोलन का सामना कर रहे श्रीलंका में शांति कायम करने के लिए सरकार ने सेना को उतार दिया है। अब सैनिक टैंकों पर सवार सड़कों पर गश्त कर रहे हैं। इसी बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने ऐलान कर दिया है कि वह एक हफ्ते में नए प्रधानमंत्री के नाम का ऐलान करेंगे।

राष्ट्रपति गोटबाया ने कहा कि, अगले एक हफ्ते में ऐसे प्रधानमंत्री को नियुक्त करूंगा जिसके पास बहुमत हो और लोग जिसमें भरोसा करते हों। मैं मंत्रियों की नई कैबिनेट भी नियुक्त करूंगा। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से नफरत फैलाने से बचने की अपील की।

श्रीलंका संकट

राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने संसद को ज्यादा ताकतवर बनाने का वादा किया।
पूर्व PM महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद सिविल सेवकों की नौकरी भी खतरे में आ गई।
सरकार के खिलाफ जारी प्रदर्शनों में अब तक 9 लोगों की जान जा चुकी है।
श्रीलंका में फंसे भारतीयों के लिए हेल्पलाइन नंबर +94-773727832 और ईमेल ID cons.colombo@mea.gov.in जारी की गई है।

सेंट्रल बैंक गवर्नर ने कह दी ये बड़ी बात

श्रीलंका सेंट्रल बैंक गवर्नर पी नंदलाल वीरसिंघे का कहना है कि अगर अगले 2 सप्ताह के भीतर देश में राजनीतिक स्थिरता नहीं आई तो वो अपना पद छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि जब तक वर्तमान राजनीतिक संकट का हल नहीं निकाला जाता है तब तक देश की इकोनॉमी को ठीक करने की कोशिशें नाकाम रहेंगी।

श्रीलंका में कर्फ्यू हटाया जाएगा

राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि श्रीलंका में 12 मई, यानी आज सुबह 07 बजे से दोपहर 02 बजे तक के लिए कर्फ्यू हटाया जाएगा। इसके बाद 13 मई को सुबह 06 बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा। रक्षा सचिव कमल गुणरत्ने का कहना है कि कुछ मामूली घटनाओं को छोड़कर बीता दिन काफी शां​​​​​​त रहा।

ट्रेड यूनियनों ने वापस ले ली हड़ताल

श्रीलंका की ट्रेड यूनियनों ने बुधवार को सरकार के खिलाफ हड़ताल वापस ले ली है। देश में लगातार घट रही हिंसक घटनाओं के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। इन यूनियनों का कहना है कि देश को स्थिर रखने में मदद करना हमारी जिम्मेदारी है। ट्रेड यूनियनों की तरफ से रवि कुमुदेश ने कहा- कुछ लोग इस संकट का फायदा उठाने चाहते हैं, हम उन्हें इसका मौका नहीं देंगे।

सुरक्षा के बीच ही ऑयल मिलेगा

श्रीलंका पेट्रोलियम प्राइवेट टैंकर ओनर्स एसोसिएशन (SLPPTOA) ने ऑयल और गैस के वितरण को अस्थायी तौर पर रोक दिया है। SLPPTOA का कहना है कि जब सुरक्षा तय नहीं की जाएगी, तब ऑयल वितरण नहीं होगा। वहीं, एसोसिएशन की सचिव शांता सिल्वा का कहना है कि कुछ खास जगहों पर सुरक्षा के बीच ही ऑयल मिलेगा।

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