अलीगढ़ से भी जुड़े हैं शिक्षिका अनामिका के तार, फर्जी दस्तावेजों से पाई थी नौकरी

  • अलीगढ़ के थाना पाली मुकीमपुर में शनिवार को मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस कर रही है फर्जीवाड़े की छानबीन
  • विभाग में अक्टूबर में हुई थी नियुक्ति, 5 महीने तक किया है कार्य और निकाला वेतन

अलीगढ़ । जिले के बेसिक शिक्षा विभाग ने शनिवार को फर्जी दस्तावेजों से कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में नौकरी पाने वाली शिक्षिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। विभाग की ओर से थाना पाली मुकीमपुर में तहरीर दी गई । जिसके बाद मुकदमा दर्ज करके इसकी जांच शुरू कर दी गई है।

जानकारी के अनुसार, अलीगढ़ के बिजौली ब्लॉक में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कार्यरत पूर्णकालिक शिक्षिका अनामिका शुक्ला के खिलाफ विभाग में एफआईआर दर्ज कराई है। विभाग की जिला समन्वयक बालिका शिक्षा की ओर से दी गई तहरीर में बताया गया है कि अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका अलीगढ़ के अलावा चार अन्य जनपद अंबेडकरनगर, बागपत, सहारनपुर व प्रयागराज में भी कार्यरत है। विभाग के संज्ञान में मामला आने के बाद जब मामले की जांच शुरू की गई। शिक्षिका के दिए गए पते पर पत्राचार करने की कोशिश की गई तो वहां से कोई जवाब नहीं आया। पिछले दिनों विभाग ने जो अंतिम पत्र भेजा वह पत्र दर्ज पते में लेने से इंकार कर दिया। इस तरह पत्र विभाग के पास वापस आ गया। इसके साथ ही शिक्षिका ने विभाग से संपर्क नही किया।

विभाग में दी गई सूचना गलत मिलने के बाद शिक्षिका से वेतन वसूली के साथ ही कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। विभाग से तहरीर मिलने के बाद ने मुकदमा दर्ज कर लिया गया और पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर में अलीगढ़ के अलावा चार जनपदों में शिक्षिका के कार्यरत होने की बात बताई गई है। लेकिन विभागीय सूत्रों की मानें तो अब तक कुल 10 जिलों में इस नाम की शिक्षिका के तैनात होने की बात सामने आ रही है। इसके बाद विभाग ने दूसरे जनपदों से संपर्क करके शिक्षिका के कागजात खंगालने शुरू किए हैं।

अतरौली तहसील क्षेत्र के बिजौली ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका अनामिका शुक्ला पुत्री सुभाष चंद्र शुक्ला की नियुक्ति अलीगढ़ में अक्टूबर 2019 में हुई थी। विभागीय नियमों के अनुसार 11 महीने 29 दिन के लिए अध्यापिका के साथ विभाग ने करार किया था। अनामिका ने होली तक नोकरी की और उसके बाद से वह लगातार बिना किसी सूचना गायब चल रही है। इस बीच कोरोना वायरस कारण स्कूल बंद कर दिए गए। फिर विभाग ने कई बार अनामिका से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई कामयाबी नही मिली।

विभाग के पास एक ही नाम से कई जिलों में कार्य करने वाली महिला शिक्षिका की शिकायत आई थी। जिसके बाद अनामिका शुक्ला से विभाग में संपर्क करने की कोशिश की। उसके बताए पते पर लगातार पत्राचार किया। लेकिन शिक्षिका की तरफ से विभाग को कोई जवाब नहीं मिला। ऐसे में विभाग ने मार्च में ही शिक्षकों का वेतन रोक दिया था और अपनी कार्यवाही शुरू कर दी थी।

पिछले सप्ताह विभाग की तरफ से भेजा गया अंतिम रजिस्टर्ड पत्र भी वापस आ गया जिसके बाद शिक्षिका से वेतन वसूली और उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गई। इधर, फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आने के बाद शासन ने मामले की सारी रिपोर्ट मांगी थी। शनिवार को बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया और प्रशासन के माध्यम से सारी सूचना सरकार को भेज दी है। विभाग की ओर से सूचना जाने के बाद अब राज्य स्तर पर पूरे मामले की पड़ताल की जा रही है।

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