कोरोना संकट के बीच तीन साल बाद परिजनों से मिली युवती, आइसोलेशन सेंटर में बयां किया अपना दर्द, फिर…

चतरा
देशभर में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस महामारी के चलते बड़ी संख्या में लोग जिंदगी की जंग हारकर अपनों से बिछड़ चुके हैं। इस बीच एक परिवार के लिए कोविड संकट खुशियां लेकर आया है। पूरा मामला करीब तीन साल पहले का जब झारखंड के चतरा जिले की एक युवती को तस्करी कर दिल्ली लाया गया था। उसके बाद इस लड़की ने अपनों से मिलने की उम्मीदें ही खो दी थीं। लेकिन कोविड महामारी की वजह से वह दोबारा अपने परिवार से मिलने में सफल हो सकी। जानिए पूरा मामला…

कैसे अपने परिवार से बिछड़ गई थी युवती
परिजनों से मिलने वाली 20 वर्षीय पीड़िता चतरा जिले के पिपरवार थाना इलाके के कल्याणपुर गांव की रहने वाली थी। जानकारी के मुताबिक, करीब तीन साल पहले पीड़िता को फूलचंद नाम के एक तस्कर ने अपने चंगुल में फंसाया, उसे कई तरह का लालच देकर अपने साथ दिल्ली ले आया। यहां लाकर उसने पीड़िता को जनकपुरी के एक घर में घरेलू सहायिका के तौर पर छोड़कर फरार हो गया। इस बीच पिछले महीने ही पीड़िता को कोरोना संक्रमण हुआ तो घर के मालिक ने उसे सुलतानपुरी एरिया के एक आइसोलेशन सेंटर में छोड़ दिया।

आइसोलेशन सेंटर में बयां किया अपना दर्द, फिर…
बताया जा रहा कि आइसोलेशन सेंटर में युवती के साथ झारखंड की कुछ युवतियां मिलीं। उनसे बातचीत में लड़की ने अपनी पूरी आपबीती सुना दी। साथ ही कल्याणपुर में रहने वाले अपने माता-पिता के पास लौटने की इच्छा भी जताई। आइसोलेशन सेंटर में रहने वाले कुछ लोगों ने युवती की स्टोरी जल्द ही सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप ग्रुप में शेयर करना शुरू कर दिया। इसी बीच युवती की स्टोरी एक सामाजिक कार्यकर्ता और चतरा जिला परिषद की पूर्व सदस्य, शोभा कुजूर को पता चली तो उन्होंने इस संबंध में चतरा पुलिस से संपर्क किया।

इस तरह झारखंड पुलिस युवती को ले आई चतरा वापस
तुरंत ही पिपरवार पुलिस ने लड़की और उसके घर-परिवार के बैकग्राउंड की जांच शुरू की और उसकी पहचान को सही पाया। इसके बाद थानाध्यक्ष ने चतरा एसपी रिशव कुमार झा को इसकी सूचना दी। फिर असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर कमलेश कुमार तिर्की और जैकिंटा मिंज को युवती को दिल्ली से रेस्क्यू का काम सौंपा गया। आखिरकार 1 मई को युवती पुलिस टीम के साथ चतरा लौट आई। उसे 5 मई को उसके पैतृक गांव कल्याणपुर ले जाया गया, जहां वह अपने परिवार से एक बार फिर मिल सकी और अब परिवार के साथ ही रह रही है।

अपनों से मिलकर खुश है पीड़िता, तस्करी के आरोपी के खिलाफ FIR
तस्करी का शिकार बनी युवती अपनों के पास लौटकर बेहद खुश है। उन्होंने कहा कि मैं शोभा दी और पुलिस अधिकारियों की शुक्रगुजार हूं। मैं 2018 में अपनी मैट्रिक परीक्षा में शामिल हुई थी और रिजल्ट का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान मुझे फूलचंद नाम के एक व्यक्ति ने मुझे कई तरह के लालच दिए और दिल्ली ले गया। उन्होंने बताया कि मैं आगे की पढ़ाई करना चाहती थी लेकिन मेरे सारे सपने चकनाचूर हो गए। इस बीच पुलिस ने आरोपी फूलचंद पर एफआईआर दर्ज की है, जल्द ही गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

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