दिल्ली पुलिस का दावा-ट्रैक्टर रैली के दौरान गोली लगने से नहीं हुई थी किसान की मौत

दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार के दिन हाईकोर्ट को इस बारे में सूचित किया कि गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित ट्रैक्टर रैली के दौरान जिस किसान का ट्रैक्टर पलट गया था, उसकी मौत गोली लगने से नहीं, बल्कि सिर में चोट लगने के कारण सदमे और रक्तस्राव के चलते हुई है।

पुलिस ने कहा कि मृतक नवरीत सिंह के दादा ने कोर्ट से मौत पर एसआईटी जांच की मांग करते हुए एक याचिका दायर की थी और यह उसी के संदर्भ में है। नवरीत के दादा का कहना है कि उनके पोते की मौत पुलिस की गोली लगने के चलते हुई। गोली लगने के बाद ट्रैक्टर पर से उसने अपना नियंत्रण खो दिया था।

26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान पुलिस बैरिकेडिंग में घुसने के बाद ट्रैक्टर पलटने की वजह से नवरीत सिंह की मौत हो गई थी। यह दुर्घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड है।

पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, “पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के पैनल की राय के मुताबिक सदमे और रक्तस्राव को मौत के लिए जिम्मेदार माना गया है, जो कि सिर पर चोट लगने की वजह से थी। नवरीत की मौत गोली लगने की वजह से नहीं हुई थी।”

मोहम्मद जुबैर, दशरथ सिंह और मनोज कुमार शुक्ला इन तीन डॉक्टरों ने मिलकर 27 जनवरी को नवरीत का पोस्टमार्टम किया था।

पुलिस ने कोर्ट को बताया, “पोस्टमार्टम करने से पहले डॉक्टरों ने मृतक का एक्स-रे किया था, जिससे प्राप्त नतीजों से पता चला है कि मृतक के शरीर पर गोली लगने से संबंधित कोई चोट नहीं थी।”

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