नहाते वक्त बाथरूम में कभी न करें ये गलती, भगवान के पास इसकी माफी नहीं

ज्योतिष शास्त्र, वास्तु शास्त्र, सामुद्रिक शास्त्र, ऐसी ही कुछ विधाएं हैं जिनके प्रयोग से हम जीवन में आ रहे संकटों के रुख मोड़ सकते हैं। तकलीफ होने पर लोग इन शास्त्रीय उपायों का प्रयोग करते हैं, लेकिन आज जो हम आपको बताने जा रहे उसे जानने के बाद आप भी इन कामो को करने से पहले हज़ार बार सोचेंगे और कभी करने के बारे में सोचेंगे भी नहीं.

आपको बताते चले पुराने ज़माने में लोग खुले में, नदी में, तालाब में नहाते थे वही अब स्नान करने के लिए आधुनिक स्नान घर बनवा रहे हैं, जो पूरी तरह गोपनीय बने रहते हैं। हम में से अधिकतर लोग पूरे कपड़े उतार कर स्नान करना पसंद करते हैं। लेकिन एक बड़ी बात आपको बता दे की पद्मपुराण में (बिना कपड़ो के )  निर्वस्त्र होकर नहाना  वर्जित माना गया है और साथ ही इसके कई नुकसान भी बताए गए हैं।

कपड़े उतार कर नहाने के नुकसान:

पद्मपुराण में चीर हरण की कथा का उल्लेख करते हुए बताया गया है कि गोपियां अपने वस्त्र उतार कर स्नान करने जल में उतर जाती थीं। भगवान श्री कृष्ण अपनी लीला से गोपियों के वस्त्र चुरा लेते थे और जब गोपियां वस्त्र ढूंढती थी तब उन्हें नहीं मिलते थे।

आसमान में उड़ते पक्षियों, ज़मीन पर चलने वाले जीवों और जल में मौजूद जीवों ने भी तुम्हे निर्वस्त्र देखा। इतना ही नहीं, जल में नग्न होकर प्रवेश करने से जल रूप में मौजूद वरुण देव ने भी तुम्हे नग्न देखा। यह उनका अपमान है।

आपके पितर यानी आपके पूर्वज आपके आस-पास होते हैं और वस्त्रों से गिरने वाले जल को ग्रहण करते हैं, जिनसे उनकी तृप्ति होती है। निर्वस्त्र स्नान करने से पितर अतृप्त होकर नाराज़ होते हैं।

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