NEET-UG में धांधली करने वाले सॉल्वर गिरोह के दो अन्य सदस्य शनिवार को दबोचे गए। बताया जा रहा है कि वाराणसी कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच और सारनाथ थाने की पुलिस टीम ने डूडा ऑफिस के पास से गिरफ्तारी की है। दोनों के पास से NEET परीक्षा से संबंधित अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेज, फोटोग्राफ, आधार कार्ड एवं एडमिट कार्ड के अलावा 2 मोबाइल व एक लैपटॉप बरामद हुआ है। इस मामले में अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि पूछताछ में विकास कुमार महतो ने बताया कि करीब 3 साल पहले वह खगड़िया से पटना आया था। परीक्षा की तैयारी के दौरान उसका परिचय PK उर्फ प्रेम कुमार उर्फ नीलेश से हुआ। उसने उसे परीक्षाओं में साल्वर बिठाकर परीक्षा पास कराने की तरकीब बताकर रुपए कमाने की बातें बताई। यह भी कहा कि मौका मिलने पर तुम्हारी भी किसी परीक्षा में सॉल्वर बिठाकर नौकरी लगवा दूंगा। तब से वह PK के लिए काम करने लगा।
PK का असली नाम नीलेश कुमार पुत्र कमल वंश नारायण सिंह है, जो ग्राम सेंधवा थाना एकमा जनपद छपरा, बिहार का मूल निवासी है। वर्तमान में बीएसएनल टेलिफोन एक्सचेंज के सामने पाटलिपुत्र जिला पटना, बिहार में अपने परिवार के साथ रहता है। PK के साथ कई और लोग भी शामिल हैं।
अब तक ये सॉल्वर गैंग के गिरफ्तार
- विकास कुमार महतो पुत्र स्वर्गीय उपेंद्र महतो निवासी ग्राम व पोस्ट बेला सिमरी थाना खगड़िया, बिहार
- राजू कुमार पुत्र ललन प्रसाद निवासी ग्राम चंदवारा पोस्ट देना थाना काकू जनपद जहानाबाद, बिहार
- डॉ. ओसामा शाहिद पुत्र मकबूल अहमद निवासी शेखवाडा थाना मोहम्मदाबाद गोहना जनपद मऊ।
- अभय कुमार मेहता पुत्र मुन्ना मेहता निवासी वैष्णवी कॉलोनी संदलपुर थाना बहादुरपुर जिला पटना।
- BHU की BDS सेकंड ईयर की छात्रा जूली कुमारी, पटना के संदलपुर वैष्णवी कॉलोनी निवासी।
- जूली की मां बबिता।