रामलीला मंचन जैसे आयोजन कैदियों की मानसिकता को बदलने में सहायक: आर्य

जेल में धूमधाम से निकली भगवान राम की बारात

हरिद्वार। रोशनाबाद जिला जेल में कैदियों से अपराध की प्रवत्ति छुड़ाने के लिए अध्यात्म का सहारा लिया जा रहा है। जेल अधीक्षक मनोज आर्य की पहल पर सजा काट रहे कैदी रामलीला का मंचन कर भगवान् के आदर्शों पर चलने का पाठ सीख रहे हैं।

  जेल परिसर में बड़ी धूमधाम के साथ भगवान राम की बारात निकाली गई। इस दौरान कैदियों ने उत्साह के साथ भगवान राम के जयकारों का उद्घोष किया। जिला कारागार में गणेश पूजन के साथ रामलीला की शुरुआत हुई। जेल अधीक्षक मनोज आर्य की पहल पर जेल परिसर में आयोजित रामलीला में कैदी भगवान राम, माता सीता व लक्ष्मण सहित रामलीला के अन्य पात्रों के किरदार निभा रहे हैं। दशहरे तक होने वाली रामलीला के मंचन के लिए कैदियों ने महीने भर तक रिहर्सल कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया। रामलीला में अभिनय कर रहे कैदी दीपक और त्रिभुवन का मानना है कि ऐसे धार्मिक मंचन कैदियों को अपराध की दुनिया से निकलने में सहायक है और रामलीला के मंच पर  अभिनय कर उन्हें बहूत ही धार्मिकता का अनुभव हो रहा है। जेलर मनोज कुमार आर्य ने कहा कि कैदियों में देश प्रेम एवं आध्यात्मिक भावना को उजागर करना और उच्च गुणों का विकास करना ही उनकी प्राथमिकता है। रामलीला मंचन जैसे आयोजन कैदियों की मानसिकता को बदलने में बहुत सहायक होते हैं।

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