उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur khiri) में एक किसान ने फसल बर्बाद होने और कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या(Farmer Suicide) कर ली। बताया जा रहा है कि किसान ने तीन लाख रुपये का लोन लिया था। बैंक से नोटिस मिलने के बाद किसान ने परेशान होकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। दो दिन पहले बुजुर्ग किसान का शव फंदे से लटकता पाया गया था। रविवार, 31 अक्टूबर को उसके बेटे ने आत्महत्या के पीछे बारिश की वजह से फसल की बर्बादी, भारी कर्ज के बोझ की बात कही। बेटे ने पुलिस के सामने दो सुसाइड नोट भी पेश किए हैं।
मामला लखीमपुर के मितौली थाना क्षेत्र के संडिला गांव का है। गांव के बुजुर्ग किसान अनिल कुमार सिंह का शव शुक्रवार, 29 अक्टूबर को खेत में एक पीपल के पेड़ से लटकता मिला था। परिजनों की सूचना पर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया था। घटना के दो दिन बाद दो सुसाइड नोट(Suicide Note) सामने आए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्ज से परेशान होकर किसान ने खुदकुशी (Suicide)की थी। सुसाइड नोट में किसान ने आत्महत्या का कारण बाढ़ से फसल खराब होने और बैंक का करीब तीन लाख रुपये का कर्जा होना बताया है।मृतक किसान के बेटे रविनेश कुमार ने बताया कि बेमौसम हुई बारिश से उनकी धान की फसल बर्बाद हो गई थी। उसल बर्बादी को लेकर उनके पिता अनिल कुमार ने 20 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पोर्टल 1076 पर शिकायत भी दर्ज कराई थी। लेखपाल ने खेत पर पहुंचकर सर्वे किया था। बेटे के अनुसार, करीब दस बीघा धान का उसल बर्बाद होने से उनके पिता अवसाद में थे। रविनेश के अनुसार, उनके पिता ने जिला सहकारी बैंक और पंजाब नेशनल बैंक से करीब तीन लाख रुपये का कर्ज लिया था। सुसाइड नोट में किसान ने कोरोना के कारण फेफड़े खराब होने का भी जिक्र किया है। जानकारी के मुताबिक, बुजुर्ग की पत्नी भी कैंसर से पीड़ित है।
किसान के बेटे का कहना है कि कर्ज के कारण खराब आर्थिक स्थिति के बावजूद समाज द्वारा सहयोग नहीं मिलने से पिता अवसाद में थे। रविनेश का कहना है कि जिला सहकारी बैंक से लोन के संबंध में उसके पिता को नोटिस भी जारी हुई थी। मृत किसान का परिवार मामले में जांच और उचित मदद चाहता है।