गोपाल त्रिपाठी
गोरखपुर। जनपद के चिलुवाताल थाना क्षेत्र के देवीपुर मे स्थित प्राथमिक तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सोमवार को कुछ मनबढ़ किस्म के लोगों ने तालाबंदी कर दी। इस कारण पढ़ने आए बच्चे और पढ़ाने आए अध्यापकों को 2 घंटे तक विद्यालय के बाहर खड़ा रहना पड़ा। बाद में चिलुआताल पुलिस ने पहुंच कर ताला तोड़ा तब जाकर बच्चे और अध्यापक विद्यालय में प्रवेश कर पाए। ग्राम प्रधान की तहरीर पर चिलुवाताल पुलिस कार्रवाई कर रही है।
चिलुवाताल क्षेत्र के ग्राम देवीपुर के कुछ युवक गांव पर स्थित प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में प्रतिदिन क्रिकेट खेलते हैं। शनिवार को भी विद्यालय की छुट्टी होने के बाद कुछ युवक प्रधान से विद्यालय के गेट की चाबी की मांग किए। लेकिन प्रधान ने पूर्व में विद्यालय में एमडीएम के गैस सिलेन्डर चोरी और विद्यालय मे लगे टाइल्स एवं अन्य सामान क्षतिग्रस्त होने का हवाला देते हुए चाबी देने से मना कर दिया। खार खाए मनबढ़ युवकों ने विद्यालय के गेट और बगल में स्थित पंचायत भवन में लगे ताले एमसील भर दिया। सोमवार को जब सुबह 9 बजे चपरासी विद्यालय खोलने गया तो ताले मे एमसील भरा होने से ताला नहीं खोल पाया।
उसने ग्राम प्रधान को सूचना दी। तब तक ग्राम प्रधान पहुंचते विद्यालय के छात्र और अध्यापक विद्यालय के बाहर गेट पर खड़े रहे। ग्राम प्रधान ने 100 नम्बर पर सूचना देकर चिलुआताल पुलिस को अवगत कराया। चिलुवाताल प्रभारी निरीक्षक अरूण पवार, पीआरवी और अन्य पुलिस बल को साथ लेकर विद्यालय पर पहुंचे। उसके बाद ताला तोड़ा गया तब जाकर पठन पाठन शुरू हो पाया। प्रधानाचार्य ने इस घटना से खण्ड शिक्षा अधिकारी और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी अवगत कराया है। ग्रामप्रधान केदार ने बताया कि गांव के कुछ मनबढ़ युवक बार-बार गेट की चाबी मांग रहे थे। चाबी नहीं देने पर उन्होंने ऐसा किया। ग्राम प्रधान ने गांव के ही तीन युवकों को नामजद करते हुए अन्य के खिलाफ तहरीर दी है।
उधर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने भी पुलिस को तहरीर देकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। शिक्षक संघ चरगावाँ ब्लाक अध्यक्ष राकेश दूबे ने पूरे घटना क्रम की निंदा करते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी के जरूरी कार्रवाई करने की मांग की है। खण्ड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार वैश्य ने बताया कि यह गंभीर बात है। इस मामले में पुलिस से जरूरी कार्रवाई करानी जाएगी। थानाध्यक्ष अरुण पवार ने बताया कि तहरीर मिली है। जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।