उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी ही बीजेपी के नए मुख्यमंत्री होंगे. नए मुख्यमंत्री को लेकर बना असमंजस सोमवार को खत्म हो गया, जब विधायक दल की बैठक के बाद धामी के नाम का ऐलान हुआ. इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मीनाक्षी लेखी और राज्य के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी को विधायक दल की बैठक के लिए पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया था. विधायक दल की बैठक शाम 5 बजे शुरू हुई और 11 दिनों के सस्पेंस के बाद मुख्यमंत्री पर स्पष्टता बन पाई. केंद्रीय पर्यवेक्षक औऱ प्रभारी दोपहर को देहरादून के जॉलीग्रांट एय़रपोर्ट पहुंचे तो कई नेता उनके स्वागत के लिए पहुंचे. वहां से वो विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए रवाना हो गए. उत्तराखंड में बीजेपी ने पुष्कर धामी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था और 47 सीटें जीतकर दोबारा सत्ता में वापसी सुनिश्चित की थी. लेकिन धामी खुद खटीमा सीट से चुनाव हार गए, जबकि वो 2012 से इस सीट से विधायक थे. मुख्यमंत्री पद के आधा दर्जन दावेदारों में धामी को ही सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था. उनके अलावा चौबट्टाखल से विधायक सतपाल महाराज, श्रीनगर से विधायक धन सिंह रावत, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक और केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट भी दावेदारों में बताए जा रहे थे.
लेकिन उत्तराखंड में बीजेपी की विधानसभा चुनाव में जीत के पीछे धामी की भूमिका को काफी श्रेय दिया गया. ऐसे में एक बड़ा वर्ग है कि जो धामी को दोबारा पांच साल के लिए सरकार की कमान सौंपने की वकालत कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यूपी, उत्तराखंड समेत चार राज्यों में सरकार के गठन को लेकर अहम बैठक की थी. पीएम मोदी (PM Modi) से पुष्कर सिंह धामी समेत कई बड़े नेता मुलाकात कर चुके हैं.