वॉशिंगटन (ईएमएस)। इंसान हमेशा से ब्रह्मांड में अपनी जैसी किसी प्रजाति को खोजने में लगा है। दुनिया की तमाम स्पेस एजेंसियां एलियंस की तलाश में तरह-तरह के सिग्नल स्पेस में भेजती रही हैं। लेकिन नासा ने एलियंस को पृथ्वी की ओर आकर्षित करने के लिए एक अलग तरह का आइडिया खोजा है। नासा ने फैसला किया है कि वह अंतरिक्ष में इंसानों की नग्न तस्वीरें भेजेगा। भले ही सुनने में यह विचार बेहद मजाकिया लगे, लेकिन ये एक अपडेट बाइनरी कोड मैसेज का हिस्सा है, जिसका इस्तेमाल अंतरिक्ष में एलियंस से संपर्क साधने के लिए होगा। ये मैसेज नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के खगोल वैज्ञानिक डॉ. जोनाथन जियांग और उनके सहयोगियों ने तैयार किया है। मैसेज में एक नग्न महिला और पुरूष के साथ मैथ से जुड़े सवाल, डीएनए संरचना और सौर मंडल में हमारे लोकेशन से जुड़ी जानकारियां शामिल हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि, ‘मिल्की वे आकाशगंगा में एक मैसेज ट्रांसमिट करने के लिए एक बाइनरी-कोडेड संदेश विकसित किया गया है। इस मैसेज में सामान्य गणित के सवाल और भौतिक के नियम भी हैं।’
शोधकर्ताओं ने कहा कि इस मैसेज में पृथ्वी पर जीवन की जैव रासायनिक संरचना के बारे में जानकारी दी गई है। इसके साथ ही सौर मंडल का डिजिटल चित्र और पृथ्वी की सतह की जानकारी है। मैसेज में इंसानों की डिजिटल इमेज है, इसके साथ ही मैसेज को वापस भेजने का तरीका भी बताया है। जियांग और उनकी टीम का प्रस्ताव है कि इस मैसेज को चीन के गुइझोई में आधा किलोमीटर बड़े टेलीस्टोप या उत्तरी कैलिफोर्निया में सेट संस्थान के एलन टेलीस्कोप से ट्रांसमिट किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे मैसेज भेजने का लक्ष्य आकाश गंगा के केंद्र में एक विशेष क्षेत्र होना चाहिए। क्योंकि इसकी संभावना ज्यादा है कि अगर एलियंस का अस्तित्व है, तब वे वहीं होंगे। 1974 में ‘अरेसीबो मैसेज’ भेजा गया था। बताया जा रहा है कि ये उसी मैसेज का अपडेट है। 16 नवंबर को इसे रेडियो वेव के सहारे प्रसारित किया गया था।