
देवसढ़ प्रधान के खाते से निकले अठारह हजार, कई प्रधानों के पास आ रहे है लगातार
कानपुर। तहसील क्षेत्र के भीतरगांव विकाश खण्ड क्षेत्र मे अब टप्पे-बाजों ने नया तरीका अपनाते हुए ग्राम प्रधानों को फंसाना सुरू कर दिया है ताजे मामले मे कई प्रधानों के पास टप्पे-बाजों के लगातार फोन आ रहे है जिसमे से कुछ प्रधानों के साईबर अपराधियों ने चूना भी लगा चुके है जब कि कुछ संयोग से बच गए है।
भीतरगांव विकाश खण्ड क्षेत्र के देवसढ़ ग्राम प्रधान उदय नारायण गुप्ता ने बताया कि सनिवार को जब हम निजी काम से लखनऊ मे थे तभी लगभग बारह बजे दोपहर मे हमारे पास एक फोन आया और उक्त युवक ने बताया कि आपके गांव मे पानी की टंकी का निर्माण होना है जिसके ठेका हमे मिला है हमारे कुछ लेवर आप के यहा पहुंच रहे होंगे उनको जगह दिखाते हुए रहने की जगह सहित खाने पीने के लिए राशन आदि की व्यवस्था करवा दीजिए।
जिस पर प्रधान के द्वारा असमर्थता जताते हुए बाहर होने की बात कही गयी तो उक्त युवक ने परिवार मे किसी का गूगल पे नम्बर देने की बात कहते हुए उसमे खुद रुपए भेजने की बात कही गयी इस पर प्रधान ने घर पर फोन करके मालूम किया तो वहां चार मजदूर भी पहुच चुके थे तो विस्वाश मे आकर प्रधान ने गांव के ही अपने मित्र राम शुमेर साहू का गुगल पे नम्बर दे दिया गया। मित्र राम शुमेर के अनुसार उक्त युवक पहले हमारे खाते मे कई बार दस-दस हजार रुपए डालने का प्रयास किया जो बार-बार फेल होता रहा तभी उसने बातों-बातों मे राम शुमेर को विस्वाश मे लेते हुए एक लिंक ओके करने को कहा उसके बाद कुछ ही देर मे राम शुमेर के खाते से पांच बार मे अठारह हजार रुपए निकल गए इधर पता करने मे गांव पहुंचे मजदूर भी गायब हो चुके थे।
यहां यह भी बताते चले बर्तमान मे कई ग्राम पंचायतों मे पानी की टंकी बनने बात चल रही है जिसमे कही-कही जगह का चयन हो चुका है तो कहीं-कहीं टेंडर भी हो चुका है इसी का लाभ लेकर अब टप्पे बाजों ने नयी प्रकिया आजमाते हुए प्रधानों को ठगना सुरू कर दिया है जानकारी करने पर पता चला कि बीते तीन दिन मे क्षेत्र के कई प्रधान दौलतपुर नर्वल, चंदापुर, तेलियावर, अरंजझामी, बरुई आदि सहित दर्जनों प्रधानों के पास फोन आ चुके हैं इधर ग्राम प्रधान देवसढ़ ने उच्च अधिकारियों को सूचित करते हुए लिखित सिकायत थाना साढ़ मे भी की है !