धानेपुर, गोंडा। मिली तौ मिली नाही जय सिया राम, अभी तक जो लोग भाजपा से नगर निकाय का चुनाव लड़ने के लिए टिकट की मांग कर रहे थे, उनके तेवर अभी से दिखाई देने लगे, सोशल मिडिया पर पड़ रही पोस्टों को देख कर तो यही लगता है की टिकट मिला तो ठीक ,नही चुनाव तो लड़ना ही है, मतलब वही बात की मिली तो मिली नही जय सिया राम।
फिलहाल आरक्षण की उम्मीद में अपनी तैयारी करने वाले अनारक्षित की घोषणा के बाद आक्रामक रूप से अपना प्रदर्शन सोशल मिडिया के माध्यम से करते नज़र आ रहे, माना जा रहा है की भारतीय जनता पार्टी के कई ऐसे चेहरे है जो टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं, उनमे से अधिकतर ऐसे चेहरे हैं जो टिकट न मिलने पर भी वे अपना दम ज़रूर दिखाएँगे किन्तु पार्टी की क्षेत्रीय कमेटी इस भ्रम में है की पार्टी जिन्हें प्रत्याशी बनाएगी बाकी लोग उनको समर्थन देकर पार्टी को जीत दिलाएंगे
ये दुविधा किसी एक पार्टी विशेष के लिए नही अपितु सभी राजनैतिक दलों के लिए चनौती बन गयी है।
कौन होगा बागी, किसके सिर पर होगा ताज ये आने वाला वक्त ही पता पायेगा लेकिन बदलते समीकरण में नव सृजित नगर पंचायत धानेपुर का पहला निकाय चुनाव कठिन चुनौतियों से हो कर अपने परिमाण तक पहुंचेगा इसमें तनिक भी सन्देह की गुंजाइश दिखाई नही दे रही है। धानेपुर की जनता अभी ब्लॉक प्रमुखी चुनाव में जोर आजमाइश देख चुकी है, लोगों का मानना है की इस चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी अपने प्रत्याशी की जीत के लिए पूरी ताकत लगाने को तैयार है।