महमूदाबाद/ सीतापुर। ग्राम पंचायत अधिकारी पर आवास की पात्रता में पंचायत मित्र और पंचायत के कम्प्यूटर आपरेटर को फर्जी तरीक़े से गवाह बनाकर अपात्र घोषित करने से परेशान युवक ने जिलाधिकारी का न्याय के लिए दरवाजा खटखटाया है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराकर अन्य टीम से जांच कराए जाने की मांग की है। पहला विकास खंड की ग्राम पंचायत बजेहरा के जानकीपुरवा निवासी दलित वर्ग के दिनेश कुमार पुत्र राम शंकर रजक ने जिलाधिकारी को प्रार्थनापत्र देकर बताया है कि वह गांव में तिरपाल तानकर अपने परिवार के साथ गुजर-बसर कर रहा है। माली हालत खराब होने के चलते उसके आवास के लिए आवेदन किया था।
आवेदन के बाद जांच में सचिव विमलेश मिश्रा आए थे और उन्होंने अपनी जांच आख्या में पक्का कमरा बना होना दर्शाकर दिनेश को आवास पाने के लिए अपात्र घोषित कर दिया। दिनेश का आरोप है कि सचिव ने गलत तरीके से अन्य का कमरा दिखाकर उसे अपात्र घोषित कर दिया। सचिव ने अपात्र घोषित करने के लिए फर्जी तरीके से ग्राम पंचायत मित्र दिनेश कुमार व सचिवालय पर तैनात कम्प्यूटर आपरेटर को गवाह बनाया है, जबकि उक्त दोनों उसके गांव के निवासी नहीं हैं। जिलाधिकारी ने मामले की निष्पक्ष जांच कराकर प्रभावी कार्यवाही का आश्वासन दिया है। इस संबंध में बीडीओ पहला विकास सिंह से उनके सीयूजी नंबर पर कई बार काल करके वार्ता करने का प्रयास किया गया किंतु काल रिसीव नहीं हुई।