क्या आपने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को साईकल चलाते हुए कभी देखा है? शायद नहीं देखा होगा। सूचना प्रसारण मंत्रालय ने महात्मा गांधी के 150 वे जयन्ती वर्ष में गांधी जी पर एक काफी टेबल बुक प्रकाशित किया है जिनमें ऐसे अनेक दुर्लभ एवं ऐतिहासिक तस्वीरें हैं जो किसी किताब में नहीं मिलेगी। इसी किताब में एक तस्वीर में राष्ट्रपिता साईकल चलाते देखे जा सकते हैं। ये तस्वीरें गांधी जी की जीवन यात्रा को इस रूप में दिखाती है जो अब तक आपने किताबों में नहीं पढ़ा या कहीं देखा भी होगा।
इस किताब में 550 ब्लैक एंड वाइट तस्वीरें शामिल हैं जिनमें गांधी जी के पिता करमचंद उत्तमचन्द गांधी और माता पुतली बाई की भी तस्वीर है। गांधी जी के पिता राजकोट में दीवान थे। इसी किताब में एक तस्वीर में इस काफी टेबल बुक में गांधी जी के उस घर और कमरे की भी तस्वीर भी है जहां उनका जन्म हुआ था। इसके अलावा राजकोट के उस प्राइमरी स्कूल के अलावा अल्फ्रेड हाई स्कूल की भी तस्वीर है जहां गांधी जी ने पढ़ाई की। इसके अलावा इसमे भावनगर में स्तिथ शामलदास कालेज की भी तस्वीर है।
गांधी जी की पहली तस्वीर तब खींची गई जब वह सात साल के थे। वह तस्वीर भी इस किताब में है। वर्ष 1886 में उनके भाई लक्ष्मणदास के साथ भी एक दुर्लभ तस्वीर भी इस किताब में है तब गांधी जी की उम्र 17 साल थी। इस से पहले 14 साल की उम्र में अपने एक स्कूली दोस्त के साथ भी उनकी तस्वीर है जो आम तौर पर किसी किताब में नही मिलती। दक्षिण अफ्रीका जाने पर 1900 में उनकी वहां की पहली तस्वीर भी इस किताब में है। वहां गांधी जी की एक अंग्रेज महिला निजी सचिव थी।
उसका नाम मिस सलेसिन था। उसके साथ एक दुर्लभ तस्वीर भी इस किताब में है। इस किताब से पता चलता है कि 1912 में गोपाल कृष्ण गोखले भी दक्षिण अफ्रीका गए थे और गांधी से मिले थे। गोखले के भव्य स्वागत की भी तस्वीर इस पुस्तक में है जिसके बारे में लोगों को पता नही। कस्तूरबा के साथ पहली तस्वीर 1912 की मिलती है जो अफ्रीका में खींची गई थी। दीनबंधु सी एफ एंड्रूज के साथ दक्षिण अफ्रीका में गांधी की एक दुर्लभ तस्वीर भी इस किताब में देखी जा सकती है।
गांधी जी ने पहली बार कब टोपी पहनी जिससे गांधी टोपी मशहूर हो गई वह यादगार तस्वीर भी इस किताब की शोभा बढ़ती है। दक्षिण अफ्रीका में टॉलस्टॉय फार्म की भी तस्वीरें है जो अत्यंत दुर्लभ है। टॉलस्टॉय की बेटी ने अपने पिता का एक स्केच गांधी जी को दिया था वह स्केच भी इस किताब में है। 1915 में भारत लौटने के बाद गांधी जी कराची गए थे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया था। उसकी भी तस्वीर इस किताब में है। इसमें लन्दन में एक बकरी के साथ भी उनकी तस्वीर है। एक तस्वीर में कस्तूरबा गांधी जी के पैरों को धोती हुई दिखाई गई है जो दुर्लभ तस्वीर है। चार्ली चैपलिन, रोमा रोलां, टैगोर, मदन मोहन मालवीय, सरोजिनी नायडू, राजेन्द्र प्रसाद, मौलाना आज़ाद, जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, जिन्ना, सुभाष चन्द्र बोस, सीमांत गांधी, ठक्कर बापा, जयप्रकाश नारायण, कृपलानी के अलावा जमनालाल बजाज और उनकी मां के साथ भी अनेक दुर्लभ तस्वीरें हैं।