कानपुर। रियल एस्टेट और ज्वैलरी कारोबारियों के यहां रविवार को चौथे दिन भी आयकर विभाग की छापेमारी जारी है। छापेमारी में शामिल एक अफसर ने बताया कि शनिवार को एक ज्वैलरी कारोबारी के यहां खड़ी बीएमडब्लू कार की सीट के नीचे 12 किलो सोना मिला है।
इसके अलावा,17 ठिकानों में चल रही जांच में अब तक भारी मात्रा में सोना,कैश के साथ करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं। विभाग को यह भी पता चला है कि टैक्स में हेराफेरी के लिए नौकरों के नाम पर करोड़ों के बिल बनाए गए। बड़े पैमाने पर सोने की खरीद-फरोख्त बिना बिल के की गई है।
कानपुर में आयकर की टीम ने गुरुवार को बिरहाना रोड स्थित राधा मोहन ज्वैलर्स एंड लिमिटेड, चौक स्थित राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स, नयागंज स्थित मोनिका ज्वैलर्स, द्वारका प्रसाद महादेव प्रसाद ज्वैलर्स के साथ ही एमराल्ड गॉर्डन हाउसिंग के प्रमोटर के यहां रेड डाली थी। इस रेड में करीब 250 से ज्यादा अफसर-कर्मचारी लगे हुए हैं। इसके अलावा,दिल्ली,लखनऊ,कोलकाता में भी 21 ठिकानों पर छापेमारी की है।
हालांकि, किसके यहां छापे में क्या-क्या मिला है। इसकी अलग-अलग डिटेल अभी आयकर अधिकारी ने नहीं दी है। उनका कहना है कि छापे की कार्रवाई पूरी होने के बाद ही पूरी जानकारी सामने आएगी। जो डॉक्यूमेंट्स मिले हैं, उनकी जांच की जा रही है।
ड्राइवर के नाम पर 200 करोड़ का सोना खरीदने का बिल काटा गया
नाम न छापने की शर्त पर आयकर अफसर ने बताया,अब तक की जांच में करीब 1500 करोड़ के बिल मिले हैं। यह बिल फर्जी लग रहे हैं। इनकी जांच की जा रही है। इसमें एक ज्वैलर कारोबारी के यहां ड्राइवर के नाम पर 200 करोड़ का सोना खरीदने का बिल काटा गया है। सिर्फ ड्राइवर ही नहीं, घर से लेकर दुकानों तक में काम करने वाले कर्मचारियों के नाम पर करोड़ों के बिल बरामद हुए हैं। आशंका है कि ऐसा करके करोड़ों के काले धन को व्हाइट करके खपाया जा रहा था।