नई दिल्ली । मेटा की ओनरशिप वाले विश्वप्रसिद्ध मेसेजिंग प्लेटफॉर्म वाट्सएप में यूजर्स को शीघ्र ही विज्ञापन को लेकर बड़ा परिवर्तन देखने को मिलने वाला है। यूजर्स को इस ऐप में दिखने वाले विज्ञापनों को ऐप के स्टेटस और चैनल्स सेक्शंस का हिस्सा बनाकर अधिक आय अर्जित की जायेगी । उल्लेखनीय है कि वॉट्सऐप शुरू से ही ऐड-फ्री प्लेटफॉर्म रहा था लेकिन साल 2014 में जब मेटा (पहले फेसबुक) ने इसे खरीदा, इसके बाद से ही कयास लग रहे थे कि ऐप में रेवन्यू बढ़ाने से जुड़े बदलाव किए जाएंगे। लंबे वक्त तक ऐड-फ्री रहने के बाद अब इस ऐप में विज्ञापन दिखाते हुए मेटा कमाई का नया विकल्प तलाश रहा है।
वॉट्सऐप सीईओ विल कैथकार्ट ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इस बात के संकेत दिए हैं कि यूजर्स को स्टेटस और चैनल्स सेक्शन में विज्ञापन देखने पड़ सकते हैं। हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन विज्ञापनों का असर मुख्य मेसेजिंग इनबॉक्स पर नहीं पड़ेगा और यूजर्स को पहले जैसा चैटिंग अनुभव मिलता रहेगा। वॉट्सऐप पर उन सेक्शंस में ऐड दिखाए जाएंगे, जिनमें पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग और ग्रुप डिस्कशंस से जुड़ा कंटेंट ऑफर किया जाता है।
नए बदलाव के साथ चैनल्स की ओर से सब्सक्रिप्शन आधारित एक्सेस वॉट्सऐप यूजर्स को दिया जा सकेगा या फिर चैनल्स अपना कंटेंट प्रमोट कर सकेंगे। प्रमोट किया गया यह कंटेंट वॉट्सऐप यूजर्स को अपडेट्स सेक्शन में ऊपर दिखेगा। इसके अलावा स्टेटस में वैसे ही ऐड्स दिखेंगे, जैसे अभी फेसबुक और इंस्टाग्राम स्टोरीज में दिखते हैं। हालांकि वॉट्सऐप सीईओ ने चैट इंटरफेस में ऐड दिखाने की संभावना को सिरे से नकार दिया है।
मेटा की ओनरशिप वाले मेसेजिंग ऐप ने इससे पहले साल 2019 में भी स्टेटस फीचर में ऐड दिखाने की टेस्टिंग की थी और माना गया था कि ऐप में जल्द ऐड दिखने लगेंगे। हालांकि ऐप ने बीटा टेस्टिंग के बावजूद इस बदलाव को पब्लिक रिलीज का हिस्सा नहीं बनाया था। इस बार कंपनी सीईओ से मिले संकेतों के चलते संभव है कि अपडेट्स सेक्शन में यूजर्स को शॉर्ट ऐड्स और प्रमोशनल कंटेंट दिखने लगे। फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की कमाई यूजर्स डाटा पर आधारित पर्सनलाइज्ड विज्ञापन या ऐड्स दिखाने के चलते होती है।