सीतापुर। सकरन विकास क्षेत्र की ग्राम पंचायतो में मनरेगा योजना के धरातल पर सफल क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले रोजगार सेवकों को बीते 9 माह से मानदेय न मिल पाने के कारण अब उन्हें परिवार का भरण पोषण करने में अत्यंत कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
सकरन ब्लॉक रोजगार सेवक संगठन के अध्यक्ष रामचंद्र वर्मा के साथ बड़ी संख्या में रोजगार सेवकों ने बताया कि वह मनरेगा के साथ ही सरकार की तमाम अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने में सतत कार्य करते हैं। उन्हें प्रतिमाह 7800 रुपये मानदेय मिलता है। लेकिन शासन तंत्र की उनके प्रति अनदेखी के चलते बीते 9 माह से उन्हें जीवन यापन के लिए मिलने वाला अल्प मानदेय भी उन्हें नहीं मिल पाया है। ऐसे में अब उनके परिवार को अपनी तमाम जरूरतों को पूरा करने में अत्यंत कठिनाई हो रही है। रोजगार सेवकों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि आगामी होली के त्यौहार तक उनका पूरा बकाया मानदेय उन्हें नहीं दिया गया तो उनके परिवार मजबूर होकर मतदान का बहिष्कार करेंगे।