वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो में टूटी मजहब की दीवार, मुस्लिम महिलाओं ने की पुष्पवर्षा
-प्रधानमंत्री मोदी के प्रति लोगों की दीवानगी एक बार देखने को मिली, हमार काशी-हमार मोदी के पोस्टर भी लोग उत्साह से लहराते दिखे
वाराणसी। वाराणसी संसदीय सीट से लगातार तीसरी बार नामांकन करने शहर में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार शाम को मेगा रोडशो किया। भगवामय शहर में भाजपा की ओर से आयोजित रोडशो में शामिल होने के लिए सड़कों और गलियों से जनसैलाब उमड़ पड़ा। बीएचयू के सिंह द्वार लंका पर स्थित महामना मदन मोहन मालवीय के विशाल प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रधानमंत्री मोदी ने रोड शो की शुरुआत की। रोड शो में शामिल प्रधानमंत्री ने भगवा रंग का कुर्ता और सफेद रंग की सदरी पहन रखी थी। रोडशो के रथ पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी भी उत्साह से लोगों का अभिवादन कर रहे थे।
लंका से प्रधानमंत्री का रथ लाखों के हुजूम के बीच आगे बढ़ा तो लोगों ने शाही अंदाज में विजेता नायक की तरह प्रधानमंत्री का शंखध्वनि, पुष्पवर्षा के बीच भव्य स्वागत किया। रोड शो में प्रधानमंत्री मोदी के प्रति लोगों की दीवानगी एक बार देखने को मिली। हर-हर महादेव, मोदी-मोदी के गगनभेदी नारों से आसमान गुंजायमान रहा। प्रधानमंत्री लोगों का अभिवादन हाथ जोड़ कर विनम्रता से स्वीकार करते रहे। यह देख भाजपा कार्यकर्ता ढोल नगाड़े बजाकर गगनभेदी मोदी-मोदी, नारेबाजी के बीच गुलाब की पंखुड़ियां प्रधानमंत्री पर बरसाते रहे। पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं और नागरिकों का उत्साह देखकर प्रधानमंत्री का काफिला भी धीरे-धीरे आगे बढ़ता रहा।
बीएचयू प्रवेश द्वार से ही प्रधानमंत्री के रोड-शो में 500 युवा और 500 मातृशक्ति आगे-आगे चल रहीं थीं। बीएचयू सिंह द्वार से रविदास गेट, अस्सी, शिवाला, मदनपुरा, गोदौलिया होते विश्वनाथ धाम के प्रवेश द्वार संख्या-चार पर पहुंच कर प्रधानमंत्री ने रोड शो का समापन किया। 05 किलोमीटर के दायरे में हुए मेगा रोड शो में लघु भारत और उत्तर प्रदेश की संस्कृति की झलक दिखी। पूरे रास्ते शंखनाद, डमरुओं की निनाद और मंत्रोच्चार के बीच प्रधानमंत्री का स्वागत लोग करते रहे। इसमें बच्चे और युवतियां भी पीछे नहीं रहीं। संकरी सड़क के दोनों छोर पर स्थित मकानों के बारजे और छत से महिलाएं प्रधानमंत्री के उपर पुष्पवर्षा करती रहीं। लोगों का अपनापन देख प्रधानमंत्री आह्लादित दिखे।
रोड शो में ढोल-नगाड़े की थाप पर जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकनृत्य, लोकगीत गाते बनारस के कलाकार व वैदिक मंत्रोच्चार करते हुए बटुक भी अभिनंदन के लिए डटे रहे। वीवी सुंदरम शास्त्री के नेतृत्व में सोनारपुरा, पांडेय हवेली मार्ग पर महिलाओं ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी। मार्ग में वेदमंत्रों के साथ दक्षिण भारत के शहनाई के रूप में शुमार नादश सरम तो बंगाली समाज की धुनकी और ढाक वाद्ययंत्र भी गूंजता रहा। डांडिया और गरबा की भी झलक दिखी। भारतरत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के परिवार के सदस्यों ने मदनपुरा के पास शहनाई वादन से अलग माहौल बनाया।
प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए 11 बीट के अन्तर्गत 100 स्वागत प्वाइंट बनाए गए। स्वागत प्वाइंट पर मराठी, गुजराती, बंगाली, माहेश्वरी, मारवाड़ी, तमिल, पंजाबी आदि समाज के लोग अपनी परंपरागत वेशभूषा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पुष्पवर्षा कर स्वागत के लिए डटे रहे। इस दौरान ‘विकास भी, विरासत भी’, हमार काशी-हमार मोदी के पोस्टर भी लोग उत्साह से लहराते दिखे।
-भीड़ सभालने में पुलिस अफसरों को छूटा पसीना
प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो में उमड़ी स्वत: स्फूर्त भीड़ के उत्साह के आगे व्यवस्था छोटी पड़ गई। प्रधानमंत्री का काफिला लंका से अस्सी की ओर बढ़ा तो भीड़ को संभालने में पुलिस अफसरों और जवानों के पसीने छूट गए। अस्सी मार्ग पर बैंक ऑफ बड़ौदा के पास भीड़ आगे नहीं जा पा रही थी। बैरिकेडिंग से रास्ता बंद था। यहां हजारों लोग स्वागत मंच के पास जुटे थे। भीड़ के दबाब से बैरिकेडिंग टूट गई। उधर, प्रधानमंत्री के शहर में प्रवास और रोड शो को लेकर काशी विश्वनाथ धाम को भव्य रूप में सजाया गया। सतरंगी बिजली की लतरों से गोदौलिया चौराहे से लेकर काशी विश्वनाथ धाम तक सजाया गया है।