बहराइच हिंसा: राम गोपाल मिश्रा की 13 अक्टूबर को सांप्रदायिक झड़प के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिस पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि बहराइच हिंसा सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा योजनाबद्ध थी।
उन्होंने मैनपुरी में एएनआई से कहा, “बहराइच में जो कुछ भी हुआ, वह राज्य में आगामी चुनावों के मद्देनजर भाजपा द्वारा योजनाबद्ध था।” एक धार्मिक जुलूस के दौरान गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने दुकानों, वाहनों और एक अस्पताल में आग लगा दी।
महाराजगंज में एक धार्मिक स्थल के बाहर तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर हुए विवाद के बाद सांप्रदायिक दंगा भड़क गया। घटना सांप्रदायिक हिंसा में बदल गई, जिसके कारण इलाके में आगजनी और तोड़फोड़ हुई और चार दिनों तक इंटरनेट बंद रहा। मिश्रा की हत्या और उसके बाद हुई हिंसा के संबंध में 13 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक जिले में कम से कम 11 प्राथमिकियां दर्ज की गईं।