हल्द्वानी के मुखानी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग किशोरी ने गत आठ दिसंबर को सुशीला तिवारी अस्पताल में एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया, जिसके बाद मामले में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई करते हुए पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
यह घटना तब सामने आई जब सुशीला तिवारी अस्पताल ने नवजात बच्ची के आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों की मांग की। इस पर खुलासा हुआ कि बच्ची की मां नाबालिग है। इस जानकारी के बाद अस्पताल प्रशासन ने मामले की सूचना तुरंत मुखानी थाने को दी, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम में न तो छात्रा और न ही उसकी मां ने पुलिस को कोई जानकारी दी और न ही परिजनों की ओर से कोई तहरीर दी गई। पुलिस के अनुसार, मुरादाबाद जिले की निवासी महिला अपने तीन बेटियों और एक बेटे के साथ हल्द्वानी के मुखानी क्षेत्र में किराए के मकान में रह रही है। महिला के पति का शराब की लत से घर में हालात बिगड़े हुए हैं और महिला घरों में काम कर बच्चों की परवरिश कर रही है। उनकी 16 वर्षीय बेटी जो हल्द्वानी के एक पब्लिक स्कूल में कक्षा 9 की छात्रा है, ने अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया है।
घटना के बाद पुलिस ने मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बच्ची का पिता कौन है और नाबालिग किशोरी के साथ इस घिनौने कृत्य को अंजाम किसने दिया। नवजात बच्ची को सुशीला तिवारी अस्पताल के एनआईसीयू में भर्ती कराया गया है, और उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह मामला बेहद गंभीर है, और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। इस घटना ने हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह एक गंभीर मामला है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।