किसान दिवस पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएम योगी ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 122वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानभवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद जिन बातों के लिए चौधरी चरण सिंह का कांग्रेस के साथ मतभेद हुआ था, वह किसानों का मुद्दा था। उन मुद्दों पर पहली बार प्राथमिकता के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने किया।
सीएम योगी योगी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह कहते थे कि अगर किसान गरीब होगा तो भारत अमीर नहीं हो सकता। भारत को समृद्ध बनाने के लिए हमें अन्नदाता किसानों को समृद्ध बनाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने किसानों के लिए कई योजनाएं शुरू की। गन्ना किसानों की बकाया राशि का भुगतान हुआ। खेती में तकनीक अपनाना जरूरी है। किसान सम्मान निधि का फायदा किसानों को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश की बहुत उर्वरा भूमि है। प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा है। पर्याप्त जल संसाधन है। असिंचत क्षेत्र को सिंचित किया जा रहा है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। विषमुक्त खेती हो इसके लिए भी प्रयास चल रहे हैं। प्रदेश में सवा लाख हेक्टेयर क्षेत्र में प्राकृतिक खेती हो रही है।
चौधरी चरण सिंह की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में इस मौके पर मुख्यमंत्री कृषक योजना के तहत 11 किसानों को ट्रैक्टर भी दिये गये। मुख्यमंत्री ने कृषि वैज्ञानिकों और किसानों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, मत्स्य मंत्री डाॅ. संजय निषाद, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, एमएलसी रामचन्द्र प्रधान, विधायक डाॅ. नीरज बोरा, जयदेवी व लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार उपस्थित रहे।
किसानों व अधिकारियों का किया सम्मान
सीएम योगी ने गेहूं में श्रेष्ठ उत्पादन करने वाले श्याम दुलारे यादव (गोरखपुर), धान के लिए नंदलाल (पीलीभीत), मक्का उत्पादन में वचन लाल (बहराइच), सरसो व राई के लिए राजीव कुमार (औरैया) को शॉल, प्रशस्ति पत्र व एक लाख रुपये देकर सम्मानित किया गया। विशिष्ट महिला श्रेणी में मधुमक्खी पालन के लिए राजकुमारी (लखनऊ), प्राकृतिक खेती में योगेंद्र कुमार सिंह (मीरजापुर), एफपीओ में उद्यमी महिला प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड (बहराइच), औद्यानिक खेती के लिए धर्मेंद्र कुमार सिंह (गोरखपुर), कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक हमीरपुर के डॉ. प्रशांत कुमार आदि को सम्मानित किया।