
अमित शाह ने एस्तेर के अद्भुत प्रदर्शन की सराहना करते हुए उसे एक गिटार उपहार में दिया और उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस मासूम बच्ची के गीत ने कार्यक्रम को एक विशेष आयाम दिया और इसने साबित कर दिया कि देशभक्ति की भावना उम्र की सीमाओं से परे होती है.Love for Bharat unites us all.
— Amit Shah (@AmitShah) March 15, 2025
Deeply moved to listen to Mizoram's wonder kid Esther Lalduhawmi Hnamte, singing Vande Mataram in Aizawl today. The seven-year-old's love for Bharat Mata poured out into her song, making listening to her a mesmerizing experience.
Gifted her a… pic.twitter.com/7CLOKjkQ9y
कौन है एस्तेर लालदुहावमी हनामते?
एस्तर लालदुहावमी हनामते का जन्म 9 जून 2016 को मिज़ोरम के लुंगलेई में हुआ था. वह सिंगर हैं और अपनी अद्भुत गायकी से छोटी उम्र में ही लोगों का ध्यान आकर्षित कर लिया. वह अपने गानों को यूट्यूब समेत सोशल मीडिया पर शेयर करती हैं. एस्तर के पिता लालरिनेंगा हनामटे एक टैक्सी चालक हैं और उनकी मां आर. ललावमपुई चर्च की पूर्व सोप्रानो गायिका रही हैं. उनकी मां की संगीत बैकग्राउंड ने एस्तर को संगीत में बेहतर बनाया है.View this post on Instagram
दो साल की उम्र में याद कर लेती थी गाना
मूल रूप से मिज़ो भाषा बोलने वाली एस्तर ने अन्य भाषाओं में भी गाने की असाधारण प्रतिभा दिखाई. उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी गाने अपने दोस्तों के साथ गाकर सीखे. मात्र दो साल की उम्र में उन्होंने धुनों और गीतों को याद करने की अद्भुत क्षमता दिखाई. एक बार उन्होंने सुबह ‘वन डे एट अ टाइम’ गीत सुना और दोपहर तक उसे रिकॉर्ड करने के लिए तैयार हो गईं.‘मां तुझे सलाम’ से मिली पहचान
2020 में जब पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी से जूझ रही थी, एस्तर ने एआर रहमान के प्रसिद्ध गीत ‘मां तुझे सलाम’ का होम रिकॉर्डिंग संस्करण गाया. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और मिज़ो समुदाय में वह सबसे तेजी से लोकप्रिय होने वाली यूट्यूब कलाकार बन गईं. उनकी इस अद्भुत प्रस्तुति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खुद एआर रहमान ने भी सराहा. इस गीत के माध्यम से उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई.View this post on Instagram