Corona का खूंखार रूप! 9 दिन में 58 मौतें, Covid के कुल मामले 6,000 के पार

Corona Cases in India : देश में कोविड-19 के मामलों में तेज़ी से इज़ाफा हो रहा है। पिछले 24 घंटों में देश में 378 नए कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिसके बाद कुल सक्रिय मामलों की संख्या 6,000 से अधिक हो गई है। इसके साथ ही, इस दौरान कोरोना के कारण 6 लोगों की मौत भी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में एक्टिव मामलों की संख्या अब 6,133 हो गई है।

सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में केरल पहले स्थान पर है, जहाँ 1,950 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। उसके बाद गुजरात में 822, पश्चिम बंगाल में 693 और दिल्ली में 686 सक्रिय कोविड केस हैं। महाराष्ट्र में भी 595 सक्रिय मामले हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि नए वेरिएंट खतरनाक नहीं हैं, लेकिन संक्रमण की तेजी को देखते हुए सतर्कता बरतनी जरूरी है।

अगर पिछले 48 घंटों की बात करें, तो कुल 769 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से अधिकतर हल्के हैं और घरेलू देखभाल के माध्यम से ही ठीक हो सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि वे ऑक्सीजन, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। केंद्र सरकार ने यह भी निर्देश दिया है कि संक्रमण से निपटने के लिए आवश्यक संसाधनों का पर्याप्त इंतजाम किया जाए।

डॉक्टरों और अधिकारियों की बैठक

इसके पहले, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. सुनीता शर्मा की अध्यक्षता में दो और तीन जून को तकनीकी समीक्षा बैठकें आयोजित की गईं। इन बैठकों में आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (ईएमआर), राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आइडीएसपी) के अधिकारी, दिल्ली के अस्पतालों के प्रतिनिधि और सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारी शामिल हुए।

बैठक का उद्देश्य वर्तमान स्थिति का आकलन करना और आगामी तैयारियों को सुनिश्चित करना था। बैठक में यह भी माना गया कि इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों और गंभीर श्वसन संक्रमण पर निगरानी तेज की जाए। दिशानिर्देशों के अनुसार, गंभीर श्वसन संक्रमण के मामलों में भर्ती मरीजों के लिए परीक्षण अनिवार्य कर दिया गया है, और पॉजिटिव नमूनों का जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाना चाहिए, ताकि वेरिएंट का पता लगाया जा सके।

स्वास्थ्य मंत्रालय और संबंधित एजेंसियां संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सतर्कता बरतने का आह्वान कर रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण की स्थिति पर नजर बनाए रखना और आवश्यक संसाधनों का पर्याप्त प्रबंध करना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जरूरी है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

20 साल पहले नरेंद्र मोदी अगर प्रधानमंत्री होते तो… बिहार के एक गांव में पांच बच्चों को नंगा करके घुमाया विराट और अनुष्का एयरपोर्ट पर हुए स्पॉट बिना ऐप के ऐसे रखें अपना Android स्मार्टफोन पूरी तरह सुरक्षित Google Gemini का नया ‘Catch Me Up’ फीचर