सोसल मीडिया पर वायरल मैसज में इलाहाबाद बैंक के शाखा प्रबंधक पर लगा था बैंक में व्यवस्था बदहाली व किसानो से अवैध वसूली का आरोप।
लाकडाउन के चलते किसानो की भूमि का सर्व न हो पाने के कारण लगभग दो माह से किसानो को ऋण नही दिया जा सका है ऐसे में किसी से अवैध वसूली का प्रश्न ही नही उठता। सोसल मीडिया पर गलत मैसज डाल मुझे बदनाम किया जाना अत्यंत निंदनीय है।
पुष्पेन्द्र कुमार
शाखा प्रबंधक, इलाहाबाद बैंक
मोतीपुर/बहराइच l तहसील मिहींपुरवा के मिहींपुरवा बाजार में स्थित इलाहाबाद बैंक शाखा गोपिया में कार्यरत शाखा प्रबंधक को लेकर सोसल मीडिया पर वायरल किये गये अवैध वसूली व व्यवस्था बदहाली के मैसज का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है ।
रविवार को बैंक अवकाश के दौरान काफी संख्या में बैंक खाताधारको ने एलडीएम को पत्र लिख शाखा प्रबंधक पर लगाए गए आरोपों को फर्जी व बेबुनियाद बताया है।
बैंक के खाताधारक अजय अग्रवाल, सईद अहमद, वरुण शर्मा, विवेक गोयल, सोनू नाग, मनोज सिंह आदि का कहना है कि वर्तमान शाखा प्रबंधक पिछले 3 वर्षो से इलाहाबाद बैंक में कार्यरत हैं उनके पूरे कार्यकाल के दौरान हम लोगों से कभी भी एक रुपए की अवैध वसूली नहीं की गयी है न ही किसी किसान से ऋण आवंटन के नाम पर कोई वसूली की गयी है। खाताधारको ने बताया कि बैंक परिसर के मुख्य द्वार पर सरकारी नल लगा है जहां सैनिटाइजर, हैंड वाश व साबुन भी रखा रहता है। नल का उपयोग हम लोग हाथ धोने व पानी पीने व हाथ धोने हेतु करते है।
शाखा प्रबंधक पुष्पेंद्र कुमार ने कहा कि लाकडाउन के चलते किसानो की भूमि का सर्व न हो पाने के कारण लगभग दो माह से किसानो को ऋण नही दिया जा सका है ऐसे में किसी से अवैध वसूली का प्रश्न ही नही उठता। मुझे बदनाम करने के उद्देश्य से सोसल मीडिया पर इस तरह के मैसज वायरल करना अत्यंत निंदनीय है।
व्यापारी ने लगाया शाखा प्रबंधक पर बैंक प्राइवेसी लीक करने का आरोप।
मिहींपुरवा निवासी एक प्रतिष्ठित व्यापारी ने जनरल मैनेजर इलाहाबाद बैंक को पत्र लिख शाखा प्रबंधक पर अभद्र व्यवहार व उसकी बैंक प्राईवेसी लीक करने का आरोप लगाया है।
मिहींपुरवा स्थित फर्म श्री श्याम केमिकल्स फर्म के संचालक अनिल कुमार यादव ने अपने पत्र में कहा कि उनकी फर्म को इलाहाबाद बैंक से अच्छी खासी वित्तीय सहायता भी प्राप्त है किंतु व्यापार में कुछ अवरोध उत्पन्न होने के कारण उन्होंने अपनी बैंक लिमिट बढ़ाने हेतु शाखा प्रबंधक से अनुरोध किया था लेकिन शाखा प्रबंधक ने न ही लिमिट बढ़ाई न ही कोई उचित जवाब दिया इसके अलावा सार्वजनिक तौर पर हमारी फर्म को प्राप्त वित्तीय सहायता की चर्चा करते है जिससे हमारी बैंक प्राइवेसी भंग होती है। शाखा प्रबंधक के इस कृत्य से यदि मेरी साथ कोई लूटपाट या अनहोनी की घटना होती है तो उसकी समस्त जिम्मेदारी शाखा प्रबंधक की होगी।
इस प्रकरण पर शाखा प्रबंधक पुष्पेंद्र कुमार ने कहा कि श्री श्याम केमिकल के मालिक अनिल यादव का ऋण मार्च महीने में रीनिवल हो गया था उसके बाद उनके आवेदन कोविड 19 आकस्मिक ऋण को सक्षम अधिकारी की अोर से स्वीकृति मिलने के बाद आवेदनकर्ता से डाक्यूमेंशन हेतु कई बार मौखिक रूप से व मेल करके बोला गया। शाखा प्रबंधक ने बताया कि श्री श्याम केमिकल के मालिक अनिल यादव को आवेदन पर उनके माता-पिता की गारंटी जमीन सहित लगी हुई है जिन्हें हस्ताक्षर हेतु बैंक परिसर में लाने को कहा गया जिस पर अनिल यादव ने बताया उनके माता पिता नेपाल में रहते है वह नेपाल जाकर उनके हस्ताक्षर करवा लायेंगे। जबकि बैंक नियमानुसार नियमानुसार ऋण आवेदन हेतु गारंटर शाखा में उपस्थित होकर शाखा प्रबंधक के समक्ष हस्ताक्षर करते है। इसी बात से नाराज होकर मुझे बदनाम किया जा रहा है।