आगरा : उत्तर प्रदेश के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बुधवार सुबह अचानक सर्विस लेन धंस गई। इसी दौरान तेज स्पीड से आ रही एक एसयूवी इस सर्विस लेन में जा गिरी। सर्विस लेन का यह गड्ढा थोड़ा नहीं, बल्कि 50 फीट गहरा था और कार उसके बीच में जाकर अटक गई। गनीमत यह रही कि कार सीधी ही गड्ढे में जाकर फंसी, जिससे कार में बैठे लोग सुरक्षित बाहर निकाले जा सके।
यह हादसा बुधवार सुबह डौकी क्षेत्र के वाजिदपुर पुलिया पर हुआ। बताया जा रहा है कि कार में चार लोग सवार थे और वे मुंबई से कन्नौज आ रहे थे। इस हादसे में बाल-बाल बचे लोगों ने बताया कि वे लोग कन्नौज के रहने वाले हैं। वे मुंबई में एक कार खरीदने गए थे।
A portion of service Lane about 16 kms from Agra caved in this morning after heavy rains and accumulation of water on the stretch pic.twitter.com/eyrNllGY7F
— TIMES NOW (@TimesNow) August 1, 2018
जीपीएस ने दिया धोखा
कार सवार रचित ने मीडिया को बताया कि उनके साथ परिवार के तीन और लोग थे। वे सभी मुंबई से एक एसयूवी खरीदकर ला रहे थे। उन लोगों को रास्ता नहीं पता था तो जीपीएस की मदद से वे एक्सप्रेसवे पर चल रहे थे। इसी दौरान अचानक नेटवर्क चला और और जीपीएस लॉस्ट हो गया।
…जब तक ड्राइवर ब्रेक लगाता
जीपीएस लॉस्ट होने से वे सर्विस लेन पर आ गए उनकी गाड़ी की स्पीड तेज थी, इसलिए सर्विस लेन पर उन्हें कोई गड्ढा नहीं दिखा। जब तक ड्राइवर ब्रेक लगाता, उनकी गाड़ी 50 फीट गड्ढे में जा गिरी। उनकी कार सीधी गड्ढे में गिरी और उसी स्थिति में बीच गड्ढे में फंस गई।
स्थानीय लोगों ने की मदद
इधर लोगों की नजर पड़ते ही वे घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस को सूचना दी गई और लोगों की मदद से कार सवारों को बाहर निकाला गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अगर कार थोड़ी भी टेढ़ी होती तो सीधे 50 फीट गहरे गड्ढे में जाती और कार सवारों का बचना मुश्किल होता।
पिछली सरकार में बना था एक्सप्रेसवे
समाजवादी सरकार में इस एक्सप्रेसवे को 22 महीने के रेकॉर्ड समय में बनाया गया था। इसे बनाने में 13,200 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 21 नवंबर 2016 को किया था। यह एक्सप्रेसवे 302 किलोमीटर लंबा है।