बस इतनी सी बात पर कैब ड्राइवर को कपल ने उतारा मौत के घाट, फिर किये शव के टुकड़े

कुछ खबरें ऐसी होती हैं, जिन पर भरोसा करना नामुमकिन सरीखा होता है. ज्यादातर ऐसी खबरें रिश्तों को शर्मसार करने वाली होती हैं, जिनके बारे में जानकर सबका सिर शर्म से झुक जाता है. इस खौफनाक मामला ने लोगो को होश उड़ा दिए. आज जिस मामले की बात हम आपको बताते जा रहे इस मामले में पहले कपल्स ने कैब बुक ऐस बेस्ड कैब बुक की फिर गाजियाबाद ले जाकर हत्या की। तीनों कार को मुरादाबाद ठिकाने लगाकर आए, वहां से कटर और उस्तरा लेकर वापस लौटे और शव को टुकड़ों में करके ड्रेन में फेंक दिया।

जानिए क्या है पूरा मामला 

मामला कुछ इसा है 28 जनवरी से लापता कैब ड्राइवर शकूरपुर निवासी राम गोविंद की अगवा करके हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोप में एक महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने ऐस बेस्ड कैब बुक की फिर गाजियाबाद ले जाकर हत्या की। तीनों कार को मुरादाबाद ठिकाने लगाकर आए, वहां से कटर और उस्तरा लेकर वापस लौटे और शव को टुकड़ों में करके ड्रेन में फेंक दिया।

डीसीपी विजयंता आर्या के मुताबिक, ब्लाइंड मर्डर केस में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान यूपी के अमरोहा निवासी फरहत अली और संभल निवासी सीमा शर्मा उर्फ असलम खातून के तौर पर हुई है। लूटा गया

मोबाइल, कार, हत्या में इस्तेमाल कटर और उस्तरा बरामद किया गया

मोबाइल, कार, हत्या में इस्तेमाल कटर और उस्तरा बरामद किया गया है। इसके अलावा, दो बैग जिनमें शव के टुकड़े रखे गए थे, पुलिस ने उसे भी बरामद किया। आरोपी फरहत अली पहले मुरादाबाद में फोटो स्टूडियो में काम करता था। इसके बाद वह फर्जी डॉक्टर बनकर महरौली-गुड़गांव रोड पर दुकान खोलकर बैठ गया। कुछ महीने से आरोपी का काम-धंधा चौपट हो चुका था। सीमा शर्मा शादीशुदा है और पति से अलग गाजियाबाद में कमरा लेकर रह रही है।

29 जनवरी को मृतक राम गोविंद की पत्नी ने थाने में गुमशुदगी की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि उनके पति ऐप बेस्ड कैब चलाते हैं। 28 की रात को साढ़े नौ बजे से उनका कोई अता-पता नहीं है। पुलिस ने जांच शुरू की। आशंका थी कि राम गोविंद को कार समेत अगवा किया गया होगा। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। मोबाइल की लास्ट लोकेशन को चेक किया।

ड्राइवर को पहले नशीली चाय पिलाई फिर दिया वारदात को अंजाम

पता चला कि कैब लास्ट टाइम मदनगीर से कापसहेड़ा बॉर्डर जाने के लिए बुक की गई थी। इसके बाद जीपीएस डिवाइस ने काम करना बंद कर दिया। उस एरिया में सीसीटीवी चेक किए गए, जिसमें आरोपी दिखाई दिए। पुलिस टेक्निकल सर्विलांस की मदद से रविवार को आरोपियों तक पहुंच गई। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने कबूल किया कि 29 की रात एक बजे टैक्सी हायर की थी। उसके बाद गाजियाबाद ले गए। साजिश के तहत टैक्सी ड्राइवर को नशीली चाय पिलाई। राम गोविंद बेहोशी की हालत में पहुंच गए तो उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद गाजियाबाद स्थित अपने किराए के मकान में शव को छोड़कर कार समेत मुरादाबाद की ओर फरार हो गए। वहां एक सुरक्षित स्थान पर कार खड़ी करके दोनों फिर से कटर और उस्तरे के साथ कमरे पर लौटे। शव के टुकड़े किए। कुछ पार्ट ग्रेटर नोएडा (बिसरख) में मिले। आरोपी शव को ठिकाने लगाने के लिए स्कूटर से निकले थे।

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