दुनिया में तेजी से फैल रहा मंकीपॉक्स खासतौर पर समलैंगिक पुरुषों को संक्रमित कर रहा हैं। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को अर्जेंटीना में इसका पहला केस सामने आया। मरीज हाल ही में स्पेन की यात्रा कर लौटा है। देश में वायरस का एक संदिग्ध मरीज भी पाया गया है। इससे पहले मंगलवार को पश्चिम अफ्रीका से UAE लौटी एक महिला में भी मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई थी।
पुर्तगाल में 74 मरीज दुर्लभ बीमारी की चपेट में
इस महीने हुए मंकीपॉक्स आउटब्रेक का एपिसेंटर स्पेन को माना जा रहा है। शुक्रवार तक यहां 98 मामलों की पुष्टि हुई है। वहीं, ब्रिटेन में 106 और पुर्तगाल में 74 मरीज इस दुर्लभ बीमारी की चपेट में हैं। इसके अलावा मंकीपॉक्स कनाडा, बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, इजराइल, इटली और अमेरिका समेत कई देशों में फैल चुका है।
सोमवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एडवाइजर डॉ डेविड हेमैन ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में बताया था कि समलैंगिक पुरुषों में मंकीपॉक्स के संक्रमण फैलने की वजह स्पेन और बेल्जियम में हुई दो गे सेक्स पार्टीज हो सकती हैं। मंकीपॉक्स एक यौन रोग यानी सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिसीज (STD) नहीं है। हालांकि, सेक्स के दौरान संक्रमित व्यक्ति के करीब जाने से यह बीमारी फैल सकती है।
मंकीपॉक्स के 200 से ज्यादा मामलों की पुष्टि
WHO ने शुक्रवार को कहा कि अब तक 20 से ज्यादा देशों में मंकीपॉक्स के 200 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है। साथ ही लगभग 100 संदिग्ध मरीज ऐसे देशों से रिपोर्ट किए गए हैं, जहां मंकीपॉक्स आमतौर पर नहीं पाया जाता है। हालांकि, राहत की बात यह है कि मंकीपॉक्स वायरस में अब तक कोई जेनेटिक बदलाव नहीं मिले हैं। यानी, वायरस अब तक इंसानों में म्यूटेट नहीं हुआ है। यह बीमारी अफ्रीका के बाहर कैसे फैली, वैज्ञानिक अब भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
जानिए मंकीपॉक्स के लक्षण
समलैंगिक पुरुषों में तेजी से फैलते संक्रमण को देखते हुए WHO ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। हेल्थ एजेंसी का कहना है कि किसी इंसान में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर उससे स्किन-टू-स्किन, फेस-टू-फेस और सेक्शुअल कॉन्टैक्ट बिलकुल न करें। मरीज के थोड़ा भी करीब आने पर मास्क पहनें और हाथ धोएं। मंकीपॉक्स के लक्षणों में पूरे शरीर पर मवाद से भरे दाने, बुखार, सूजी हुई लिंफ नोड्स, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकान शामिल हैं।