कोरोना संकट पर बोले, PM मोदी-हमारे डॉक्टर इस महामारी को निश्चित तौर पर हराएंगे

नई दिल्ली : पीएम नरेंद्र मोदी ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को बिना वर्दी के सैनिक बताते हुए उम्मीद जताई कि कोरोना (corona in india) के खिलाफ जंग में भारत जीतेगा। पीएम ने कहा कि कोविड-19 वायरस अदृश्य दुश्मन है लेकिन हमारे अपराजेय मेडिकल वर्कर उसे मात देंगे। पीएम ने कहा कि पिछले 6 सालों के दौरान देश में मेडिकल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। 

अदृश्य दुश्मन और अपराजेय योद्धा की लड़ाई
पीएम ने कहा, ‘इस अदृश्य दुश्मन पर हमारे मेडिकल वर्कर जीत दर्ज करेंगे। अदृश्य और अपराजेय की लड़ाई में हमारे मेडिकल वर्कर निश्चित तौर पर जीतेंगे।’ बता दें कि देश में 1 लाख 90 हजार से ज्यादा कोरोना के केस (covid-19 cases in india) सामने आ चुके हैं। 5,100 से ज्यादा लोगों की मौत इस जानलेवा वायरस के कारण हुई है। 

राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस, कर्नाटक (Rajiv Gandhi University of Health Sciences, Karnataka) के सिल्वर जुबली समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि देश में हेल्थ केयर और मेडिकल एजुकेशन में काफी काम हुआ है और यह आगे भी जारी रहेगा।पीएम ने उनकी सरकार के मेडिकल क्षेत्र में किए गए कामों को भी गिनाया। 
पीएम ने मेडिकल क्षेत्र में गिनाए काम

पीएम ने कहा कि प्रिवेंटिव हेल्थ केयर में हमने योग, आयुर्वेद को शामिल किया है। इसके अलावा स्वच्छ भारत मिशन इस हेल्थ केयर को और मजबूती प्रदान कर रहा है। इसके अलावा अफोर्डेबल हेल्थकेयर स्कीम से देश के लोगों को काफी फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना दुनिया का सबसे बड़ा हेल्थकेयर स्कीम है। दो साल से भी कम वक्त में इस स्कीम से लाखों लोगों को लाभ पुहंचा है। महिलाएं और खासकर गांव में रहने वालों को इससे काफी फायदा हुआ है। पीएम ने कहा कि इसके अलावा हम मेडिकल चीजों की सप्लाइ के मुद्दे पर काफी ध्यान दे रहे हैं। देश में 30 हजार MBBS और 15 हजार PG सीटें हो गई हैं। भारत के डॉक्टरों पर दुनिया की निगाहें टिकी हैं। आजादी के बाद सबसे ज्यादा सीटें हैं इस समय देश में। हम मेडिकल एजुकेशन को बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि हम अंतरराष्ट्रीय मानदंडो पर खरे उतर सकें। देश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने की कोशिश हो रही है। 

हेल्थ वर्करों से हिंसा बर्दाश्त नहीं
पीएम साफ किया कि हेल्थ वर्करों के साथ हिंसा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमने कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि फ्रंटलाइन मेडिकल वर्कर को 50 लाख का कवर प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा, ‘डॉक्टर, नर्स, सफाई वर्कर के साथ हिंसा और गलत व्यवहार सही नहीं है। ऐसी चीजों को रोकने के लिए कदम उठाए गए हैं। आपको हर हाल में सुरक्षा प्रदान की जाएगी।’

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