“तितली” का कहर ज़ारी, तूफान ने मचाई तबाही, देखे VIDEO

नई दिल्ली : ओडिशा और आंध्रप्रदेश पर चक्रवाती तूफान तितली का कहर जारी है। मौसम विभाग ने खास तौर से संवेदनशील इलाकों में खतरे को लेकर चेतावनी जारी की है। तूफान की तीव्रता को देखकर यहां के लोग काफी भयभीत हैं। कई प्रभावित इलाकों से 3 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। मौसम विभाग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चक्रवात ‘तितली’ आंध्र प्रदेश में पलासा के समीप गोपालपुर के दक्षिण-पश्चिम तट पर सुबह साढ़े 4 और साढ़े 5 बजे के बीच पहुंचा। चक्रवात के साथ 140-150 किलोमीटर से 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। जमीन पर दस्तक देने के बाद तूफान के धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व में फिर से वक्र करके ओडिशा को पार करके गंगा से लगे पश्चिम बंगाल के हिस्से की तरफ बढ़ने और फिर धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है।​

ओडिशा के गंजम और गजपति जिलों में गुरुवार सुबह दस्तक देने के बाद बेहद प्रचंड चक्रवात तितली के कारण पेड़ और खंभे उखड़ गए तथा कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए। राहत यह है कि राज्य के किसी हिस्से में अभी किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। चक्रवात से कम से कम तीन जिलों में भारी बारिश हुई और बिजली तथा संचार की समस्या पैदा हुई। प्रशासन इसको लेकर युद्धस्तर पर तैयारियों में जुटा है इसको लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है और ओडिशा में स्कूल और कॉलेज बंद हैं और मछुआरे को समुद्र में प्रवेश नहीं करने की चेतावनी दी गई है।

चक्रवात के कारण ओडिशा के गंजम, गजपति और पुरी जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा हुई जबकि गंजम में पेड़ गिरने से कच्चे मकानों और स्ट्रीट लाइटों के क्षतिग्रस्त होने तथा सड़कें अवरुद्ध होने की खबरें हैं। गजपति में परालाखेमुंडी और मोहना के बीच तथा कुछ अन्य मंडलों में चक्रवात के कारण सड़क संपर्क बाधित हो गया।

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तीन नाव पलट गईं। अब तक 27 मछुआरे को बचाया गया है। बाकी को बचाने के लिए कोस्ट गार्ड दूसरा प्रयास कर रहा है। समुद्र से 500 मीटर की दूरी पर 40-50 नावें लंगर  डाल कर रूकी हुई हैं। समुद्र ने विकराल रूप धारण कर लिया है। भारी बारिश के चलते बचाव कार्य में बाधा आर रही है। जब तक बारिश बंद नहीं होती है तब तक बचाव कार्य में कठिनाइयां आ रही हैं।

विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) बी पी सेठी ने कहा, ‘कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ या राज्य के किसी हिस्से से अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। गंजम और गजपति जिलों में थोड़ा नुकसान हुआ।’ एसआरसी ने बताया कि बिजली आपूर्ति और टेलीफोन संपर्क बाधित हुआ तथा गजपति जिले में कई स्थानों पर पेड़ उखड़ने से सड़क संपर्क बाधित हुआ। उन्होंने बताया कि सड़कों को साफ करने तथा प्रभावित इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल करने की कोशिशें चल रही हैं। उन्होंने बताया कि गंजम, गजपति, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर बेहद प्रचंड चक्रवात तितली से प्रभावित हुए।

ओडिशा के गोपालपुर में सतह पर हवा की रफ्तार 126 किमी प्रति घंटे थी जबकि आंध्र प्रदेश के कलिंगपत्तनम में इसकी रफ्तार 56 किमी प्रति घंटे दर्ज की गई। चक्रवात के दस्तक देने के बाद तितली के प्रभावस्वरूप ओडिशा के गंजम, गजपति और पुरी में तेज हवा के साथ अच्छी वर्षा हो रही है।  भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच आर विश्वास ने कहा कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान (वीएससीएस), ‘तितली’ की निगरानी विशाखापत्तनम, गोपालपुर और पारादीप स्थित तटीय डॉप्लर मौसम रडार द्वारा की जा रही है।

चक्रवात से निपटने की तैयारी के तौर पर ओडिशा सरकार ने पांच तटीय जिलों के निचले इलाकों में रह रहे तीन लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है। वे 1,112 चक्रवात शिविरों में रह रहे हैं। एसआरसी ने बताया कि गंजम जिले में 105 और जगतसिंहपुर में 18 गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि दमकल कर्मियों के साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) की 13 टीमों को कई स्थानों पर तैनात किया गया है।

मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि तितली एक से दो घंटे में पूरे ओडिशा तट को क्रॉस कर लेगा भुवनेश्वर केंद्र मौसम विभाग के निदेशक एच आर बिस्वास ने कहा है कि बड़ी आबादी वाले इलाके में प्रवेश करने की आशंका है।

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