गोरखपुर मे मंदिर से ग्यारह बेशकीमती मूर्तियां चोरी  

गोपाल त्रिपाठी 
गोरखपुर। जनपद के गोला थाना क्षेत्र स्थित रामामऊ रामजानकी मंदिर के गर्भगृह से बीती रात चोरों ने ग्यारह बेशकीमती मूर्तियां चुरा ली। रविवार को मंदिर से मूर्तियों को गायब देख महंत बासदेव ने पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन की साथ ही डाग स्क्वायड को सूचना दी। घटना के बाद से पुलिस के हाथ खाली है।
ऐतिहासिक सिद्ध पीठ के रामजानकी मंदिर के महंत बासदेव दास ने बताया कि 30 सितंबर की सुबह मंदिर की देखभाल करने वाला युवक मनीष नित्यकर्म के लिए उठा तो उसने देखा की मंदिर के गर्भ गृह में लाईट जल रही थी जिसके बाद नजदीक जा के देखा तो पाया कि गर्भ गृह का ताला टूटा पडा था । जिसके बाद उसे चोरी होने का शक हुआ और वह पास जाकर देखा तो उसने यह पाया की मंदिर में स्थापित राम , लक्ष्मण, सीता सहित कुल ग्यारह मूर्तियां चोरी चली गयी थीं । जिसके बाद उसने चोरी की सुचना मंदिर के महंत वासदेव महराज को दी। महंत ने इस मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर सीओ गोला सतीश चंद्र शुक्ल व कोतवाल गोला नासिर हुसैन पहुंच जांच में जुट गये।
’महंत ने चोरी की तहरीर पुलिस को दी
 गोला थाना क्षेत्र के ग्राम रामामऊ स्थित मंदिर के गर्भ गृह में हुई चोरी को लेकर मंदिर के महंत वासदेव महराज ने गोला पुलिस में तहरीर दी। उन्होंने तहरीर देते हुए पुलिस को बताया कि रात मे ठाकुर जी के गर्भ गृह से राम, लक्ष्मण, सीता सहित कुल ग्यारह मूर्तियां चोरी हो गयी हैं। जिसमें से कुछ मूर्तियां बहुमूल्य धातु की हैं। महंत नें चोरों को पकड़ कर मूर्ति बरामद करने की मांग की है।
’मंदिर की देखभाल करने वाले युवक मनीष ने कहा
मंदिर की देखभाल करने वाले युवक मनीष के अनुसार वह प्रतिदिन की भांति शाम को ठाकुर जी के गर्भ गृह में पुजा करने के बाद गर्भ गृह के दरवाजे के सेन्ट्रल लाॅक तथा दरवाजे के सीकड तथा बाहर के दरवाजे में भी ताला बंद कर दिया जिसके बाद वह मुख्य मंदिर में सोने चला गया । उसके अनुसार  प्रातः करीबन 5 बजे वह उठकर नित्यकर्म करने के पश्चात ठाकुर जी के गर्भ गृह की तरफ गया तो देखा कि गर्भ गृह की लाईट जल रही थी और गर्भ गृह का दरवाजा खुला हुआ था जिसके बाद उसने अंदर की तरफ  देखा तो मूर्तियां गायब थीं । जिसकी सूचना उसने मंदिर के महंत वासदेव महराज को दे दी।
मंदिर में पुजा पाठ का कार्य करता है मनीष
एक माह पूर्व महंत को ब्रेन हैमरेज हो गया था जिसके बाद महंत वासदेव को इलाज के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ले जाया गया जहां डाक्टरों नें उनके ब्रेन का ऑपरेशन किया। जिसके बाद डाक्टरों नें उन्हें आराम करने को कहा है जिसके कारण मंदिर की देखभाल मनीष कर रहा है।
फॉरेंसिक टीम को भी नहीं मिला सुराग
चोरी की घटना का सुराग लगाने के लिए गोला पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ डाॅग स्क्वाड की टीम बुलायी थी। डाग स्क्वायड व फोरेंसिक टीम मुख्य आरक्षी राधेश्याम के नेतृत्व में पहुंची। टीम के सदस्य कमलेश व धर्मेंद्र सिंह नें बडी बारीकी से सभी बिन्दुओं का निरीक्षण किया तथा सबूत खोजने का प्रयास किया।
’दो वर्ष पहले भी हो चुकी है मंदिर में चोरी’
28 सितंबर 2016 को हुई चोरी में राम, लक्ष्मण, सीता व हनुमान की मूर्तियां भी चोर उठा ले गये थे । इनमें से राम, लक्ष्मण व सीता जी की मूर्तियां चोरों के पकड़े जाने के बाद वापस मंदिर में आयोजित गयी थी , लेकिन हनुमान जी की मुर्ति अभी भी मऊ थाने में कानूनी कार्रवाई के बाद मंदिर में आने का इंतजार कर रहीं है । ठीक दो वर्ष बाद एक बार फिर चोरी हुई है ।

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