दिल्ली में केंद्रीय विद्यालय के वॉशरूम में 11 साल की स्टूडेंट के साथ कथित गैंगरेप का मामला सामने आया है। इसमें आरोपी उसी स्कूल के 2 सीनियर स्टूडेंट्स हैं। घटना जुलाई की है। दिल्ली महिला आयोग की जानकारी में यह मामला आने के बाद उसने पुलिस और प्रिंसिपल को नोटिस जारी किया इसके बाद पेरेंट्स ने मंगलवार को थाने में शिकायत दर्ज कराई।
केंद्रीय विद्यालय संगठन के रीजनल ऑफिस ने भी जांच शुरू की है। संगठन का कहना है कि स्कूल को छात्रा या उसके परिवार की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली थी। बीच में पेरेंट्स-टीचर्स की मीटिंग हुई थी, तब भी ऐसी कोई शिकायत नहीं की गई।
मामले को दबाने की कोशिश की गई
पुलिस ने बताया कि रिपोर्ट मेें छात्रा ने आरोप लगाया कि जुलाई 2022 में वो स्कूल में अपनी कक्षा में जा रही थी, तभी वो दो लड़कों से टकरा गई, जो उसी स्कूल के छात्र थे और 11वीं-12वीं में पढ़ते थे। उसने लड़कों से माफी मांगी, लेकिन वे उसे गाली देने लगे और उसे टॉयलेट के अंदर ले गए।
छात्रा ने आरोप लगाया है कि लड़कों ने टॉयलेट का दरवाजा अंदर से बंद कर उसके साथ रेप किया। उसने बताया कि जब उसने एक टीचर को घटना की जानकारी दी, तो उसे बताया गया कि लड़कों को निकाल दिया गया है और मामले को कथिततौर पर दबाने की कोशिश की गई।
स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले पर खुद संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस और स्कूल की प्रिंसिपल को नोटिस जारी रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने दिल्ली पुलिस से एफआईआर की कॉपी और गिरफ्तारी की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है।
स्वाति मालीवाल ने नोटिस में स्कूल प्रिंसिपल से पूछा है कि स्कूल अधिकारियों को घटना के बारे में कब पता चला और क्या कार्रवाई की गई।
मालीवाल ने कहा कि छात्रा ने स्कूल टीचर पर मामला दबाने का आरोप लगाया है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजधानी में स्कूल भी बच्चों के लिए असुरक्षित हैं। मामले में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही इस मुद्दे पर स्कूल अधिकारियों की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए।