हाॅटसिटी में 145 अवैध इमारतो को जीडीए ने किया सील

खस्ता हाल भवनो को ध्वस्त करेगा जीडीए-
-अवैध इमारतो पर नजर रखने के लिए जीडीए की निगरानी समिति गठित
गाजियाबाद। हाॅटसिटी के आकाश नगर में अवैध 5 मंजिला निर्माणधीन इमारत के जमींदोज होने कीघटना के बाद जीडीए ने कडा रूख अपना लिया है। जीडीए अब सख्त कदम उठाते हुए अवैध एवं जर्जर बिल्डिंगों को ध्वस्त करेगा एवं कार्रवाई में कोई सुस्ती न आए। इसलिए मॉनीटरिंग कमेटी गठित की गयी है। जोकि  प्रतिदिन अब ध्वस्तीकरण एवं सीलिंग कार्रवाई की रिपोर्ट लेगी ।
जिलाधिकारी एवं जीडीए उपाध्यक्ष रितु माहेश्वरी पूरी कार्रवाई पर खुद  निगरानी भी रखेंगी। इसके अलावा शासन से दोषी इंजीनियरों के खिलाफ भी जल्द बड़ी कार्रवाई होने की उम्मीद हैं।  मंगलवार को जीडीए प्रागंण में हड़ताल करने वाले इंजीनियरों एवं सुपरवाइजरों ने जीडीए उपाध्यक्ष के समक्ष सरेंडर करते हुए अपनी गलती मानते हुए कार्य पर लौट गए। जीडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि काम में लापरवाही व जीडीए की साख बट्टा लगाने वालों के खिलाफ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरती जाएगी।
बता दें कि मसूरी क्षेत्र के मिसलगढ़ी के पास आकाश नगर में नियमों को ताक पर रखकर बिल्डर द्वारा बनवाई जा रही 5 मंजिला बिल्डिंग के जमींदोज होने और 2 मजदूरों की मौत से जीडीए प्रशासन और पुलिस तंत्र हिल गया था। जिलाधिकारी एवं जीडीए उपाध्यक्ष अब इस घटना के बाद सख्त रूख अख्तियार किए हुए है।
शासन को जहां दोषी इंजीनियरों की रिपोर्ट भेजी जा चुकी हैं वहीं सख्त कदम उठाते हुए दोषी इंजीनियरों और सुपरवाइजर वर्कमेट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर दी। जीडीए उपाध्यक्ष के आदेश पर ओएसडी विजय कुमार सिंह ने यूं कहें कि जमींदोज अवैध बिल्डिंग के मामले में जीडीए के जोन.3 के प्रभारी सहायक अभियंता निशांत पंवार चंद्रा अवर भियंता सुपरवाइजर और वर्कमेट को मिलाकर 9 कर्मचारियों के खिलाफ मंगलवार को मसूरी थाने में एफआईआर दर्ज करा दी थी। शासन से अब दोषी इंजीनियरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई होने की उम्मीद हैं।
खास बात यह है कि जीडीए उपाध्यक्ष रितु माहेश्वरी भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए पूर्व में भी इंजीनियरों व सुपरवाइजरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर चुकी हैं। भ्रष्टाचारियों को ईमानदार जीडीए उपाध्यक्ष पच नहीं पा रही है। इसलिए जिलाधिकारी और जीडीए उपाध्यक्ष के पद को लेकर भी परेशानी हैं।
भनक लगी है कि जीडीए उपाध्यक्ष बनने के लिए बाराबंकी के जिलाधिकारी खूब प्रयास में लगे है। वहीं पूर्व जिलाधिकारी एवं जीडीए में तैनात रहे एक आईएएस अधिकारी भी परोक्ष रूप से मामले को हवा देने में लगे है। जबकि जीडीए उपाध्यक्ष अपने अभी तक के कार्यकाल में करीब 500 करोड़ रुपए की पेंडिंग बिल्डरों से वसूली करा चुकी हैं। इंजीनियरों को देनी होगी प्रतिदिन की कार्रवाई रिपोर्ट। जीडीए के इंजीनियरों को अब प्रतिदिन कार्रवाई की रिपोर्ट देनी होगी। जीडीए की 3 दिन की कार्रवाई के बाद सभी 8 जोन अंतर्गत 145 अवैध बिल्डिंगों को सील किया जा चुका हैं। इनमें बिल्डरों से लेकर अवैध बिल्डिंग शामिल है। इनके नक्शा भी पास नहीं है।
इन बिल्डिंगों की पूरी जांच करने के बाद ही अब सील खोली जा सकेगी। इंजीनियरों को सुधरना होगा। वरना  करेंगे सख्त कार्रवाई। मिसलगढ़ी के आकाश नगर में राधाकृष्णा एंक्लेव के नाम से अवैध बनाई जा रही बिल्डिंग के जमींदोज होने और हादसे के बाद अब जीडीए इंजीनियरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
इंजीनियरों को सुधरना होगा, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी : रितु माहेश्वरी
शासन को इंजीनियरों की रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। शासन को अब इनके खिलाफ कार्रवाई करनी है। इंजीनियरों व सुपर वाइजरों ने ठीक से कार्य करने के लिए आश्वासन दिया है। जीडीए के सभी 8 जोन प्रभारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि अगर अवैध बिल्डिंगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो कार्रवाई के लिए तैयार रहे। मिसलगढ़ी में हुए हादसे से प्राधिकरण की छवि खराब हुई है।
ऐसी पुनरावृत्ति शहर में न हो इसलिए मॉनीटरिंग कमेटी सचिव व ओएसडी से प्रतिदिन की रिपोर्ट मांगी गई हैं। जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।

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