हरिद्वार : सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर आपस में नोक-झोंक करते यात्री व ट्रैवल व्यवसायी

भास्कर समाचार सेवा

हरिद्वार। उत्तराखंड चारधाम यात्रा में बाहरी गाड़ियों से यात्रियों के प्रवेश को लेकर ट्रैवल व्यवसायियों ने जमकर हंगामा किया। हरिद्वार के ट्रैवल व्यवसायियों ने चारधाम जाने वाले बाहरी गाड़ियों को रोका, जिसमें यात्री भी सवार थे। गाड़ी रोके जाने पर यात्री और व्यवसायी सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे, जहां दोनों ने जमकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर एआरटीओ भी मौके पर पहुंची। यूपी और हरियाणा की गाड़ियां और प्राइवेट वाहन यात्रियों को चारधाम ले जा रहे हैं। जिसकी सूचना मिलने पर हरिद्वार ट्रैवल व्यवसायियों ने बाहरी गाड़ियों को रोका। जिसको लेकर यात्रियों और कारोबारियों में विवाद हुआ और दोनों सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। जहां दोनों पक्षों ने जोरदार हंगामा किया। मौके पर पहुंची एआरटीओ ने मामले को शांत कराया और यात्रियों को यात्रा पर भेजने के लिए आवश्यक कार्रवाई की।

यात्री और ट्रैवल व्यवसायी सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे, किया जमकर हंगामा

एआरटीओ रश्मि पंत ने कहा प्रदेश के बाहर से यात्रियों को लेकर आने वाली गाड़ियां चारधाम जा सकती हैं, लेकिन गाड़ियां हरिद्वार से यात्रियों को लेकर चारधाम नहीं जा सकती हैं। यात्री प्राइवेट गाड़ियां लेकर स्वयं तो जा सकते हैं, लेकिन प्राइवेट गाड़ियों को बुक करके नहीं जाया जा सकता है। अगर ऐसा पाया जाता है तो यह यातायात नियमों का उल्लंघन है और इसके खिलाफ विभाग लगातार कार्रवाई करता है। उन्होंने माना कि चारधाम यात्रियों को ट्रिप कार्ड बनाने में परेशानी आ रही है, जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी जा चुकी है।

समस्या का हल निकाला जा रहा है। वहीं, ट्रैवल व्यवसायियों द्वारा रोके गए यात्रियों ने कहा वे महाराष्ट्र से आए हैं और उनको बिना वजह उन्हें परेशान किया जा रहा है। वहीं, हरिद्वार ट्रैवल व्यवसायियों का कहना है कि प्रदेश में बाहरी नंबर की गाड़ियों और प्राइवेट गाड़ियों से चारधाम यात्रा करवाई जा रही है। जिससे उत्तराखंड के ट्रैवल व्यवसायियों को तो नुकसान हो ही रहा है। वही, प्रदेश सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है। ट्रिप कार्ड बनने में आ रही दिक्कत से जहां उन्हें परेशानी हो रही है। वही चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

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