इतिहास रचने वाली कमलप्रीत हुई बैन, भारतीय उम्मीदों को लगा बड़ा झटका

टोक्यो ओलंपिक के खिलाड़ी किसी न किसी वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं। बता दें पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में करोड़ों भारतियों का सीना गर्व से चौड़ा करने वाली डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर विवादों में आ गई हैं। कमलप्रीत डोपिंग टेस्ट में फेल हो गई हैं। जिसके चलते उन्हें अस्थायी रूप से बैन कर दिया गया है। इसी के साथ डिस्कस थ्रो में भारतीय उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है।

डोप टेस्ट में पाई गई दोषी

टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रचने वाली कमलप्रीत कौर को एथेलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट ने डोप टेस्ट में दोषी पाया है। इस साल 29 मार्च को एथेलेटिक्स इंटीग्रीटि यूनिट द्वारा आयोजित टेस्ट में वे पाजिटिव पाई गई हैं। इसको लेकर यूनिट ने एक नोटिस जारी किया है और अस्थायी बैन लगाया है।

अगर कमलप्रीत खुद को निर्दोष साबित नहीं कर पाती हैं तो उनपर चार साल का बैन लग सकता है। कमलप्रीत द्वारा संभावित डोपिंग उल्लंघन के बारे में पिछले हफ्ते अटकलें लगाई जा रही थीं, हालांकि पंजाब की 26 वर्षीय इस एथलीट ने इस तरह के किसी भी आरोप से इनकार किया था।

पेरिस ओलंपिक के आयोजन में कमलप्रीत हिस्सा लेंगी या फिर नहीं

बता दें दो साल के अंदर फिर से पेरिस ओलंपिक का आयोजन होने वाला है। ऐसे में अगर कमलप्रीत दोषी पाई गई तो वे इसमें हिस्सा नहीं ले पाएंगी और यह भारत के लिए एक बड़ा झटका होगा। कमलप्रीत ने टोक्यो ओलंपिक में जैसा प्रदर्शन किया था। उसके बाद उनसे पेरिस ओलंपिक में मेडल की उम्मीदें की जा रही थीं।

राष्ट्रीय रिकार्डधारी कमलप्रीत तोक्यो ओलंपिक में छठे स्थान पर रही थीं। कमलप्रीत पिछले साल पटियाला में 66.59 मीटर डिस्कस फेंककर नेशनल रिकॉर्ड कायम किया था। इससे पहले साल 2018 में उनका पर्सनल बेस्ट 61.04 मीटर था। इस साल कौर ने मार्च में तिरुवनंतपुरम में इंडियन ग्रां प्री मीट में 61.39 मीटर डिस्कस फेंककर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था।

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