पूर्व कांग्रेसी नेता, गांधी परिवार के करीबी ज्योतिरादित्य सिंधिया अब बीजेपी के हो गए हैं । कांग्रेस से इस्तीफा देकर उन्होने बीजेपी ज्वॉइन कर ली है । होली पर कांग्रेस को पार्टी छोड़कर ऐसा झटका दिया है कि इसे भुलाना मुश्किल ही होगा, क्योंकि सिंधिया के जाते ही मध्य प्रदेश की सरकार भी अस्थिर हो गई है । ज्योतिरादित्य पिछले 18 साल से कांग्रेस के साथ थे, सिंधिया यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं । ज्योतिरादित्य के कांग्रेस पार्टी छोड़ने पर उनके बेटे का भी बयान आया था, जिन्होने ट्वीट कर लिखा कि पिता के फैसले पर गर्व है । ये खबर है सिंधिया की बेटी के बारे में यानी कि राजकुमारी अनन्या सिंधिया के बारे में । आगे पढ़ें …
पढ़ाई
ग्वालियर के शाही घराने की राजकुमारी अनन्या 17 साल की हैं, वो दिल्ली ब्रिटिश स्कूल में पढ़ रही हैं। चकाचौंध से दूर रहने वालीं अनन्या राजे पिछले साल तब चर्चा में आई जब उन्हें पेरिस के ले बल ईवेंट में बुलाया गया था। ये इवेंट पिछले 25 साल से आयोजित होता आ रहा है जहां लोग खास इस मौके के लिए डिजाइन किए कपड़े पहन कर आते हैं अनन्या इस ईवेंट में तब चर्चा में आईं जब उन्होने फैशन डिजायनर के नाम के साथ जी लगाकर संबोधित किया था।
मां की छवि
अनन्या अपनी मां प्रियदर्शिनी की छवि कही जाती हैं । लेकिन पिता का रौब भी उनमें खूब है । पेरिस के ईवेंट में उनके डांस पार्टनर बने थे उनके भाई माहाआर्यमन। अनन्या अकसर अपनी मां के साथ कई मौकों पर नजर आती रहती हैं । पिछले ही साल दशहरे की पूजा में मां प्रियदर्शिनी के साथ भी दिखी थीं।
घुड़सवारी की शौकीन
मासूम सी छुईमुई सी दिखने वालीं अनन्या को घुड़सवारी का काफी शौक है। उनकी मां भी हॉर्स राइडिंग का शौक रखती थीं । अब परिवार के लोग चाहते हैं कि अनन्या इस शौक को जिंदा रखे । अनन्या जब 8 साल की थीं तब से ही घुड़सवारी सीख रही हैं। अब वह इसमें ट्रेन्ड हो चुकी हैं। शायद आप ना जानते हों लेकिन राजकुमारी अनन्या के पास उनका अपना घोड़ा है, जिसका नाम गिगी है।
कैसा होगा प्रिंस चार्मिंग
अनन्या ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘डैड चाहते हैं कि मै लिबरल आर्ट्स में पढ़ाई करूं और मुझे फाइन आर्ट्स का जुनून है। उम्मीद है कि मैं किसी दिन ब्रांडिंग या फिर ग्राफिक डिजाइन में आगे बढ़ूगी।’ इसी इंटरव्यू में उन्होंने अपने प्रिंस चार्मिंग के बारे में भी बताया था। अनन्या ने कहा था उन्हें अपनी जिंदगी में एक ऐसा इंसान चाहिए जो दयालु हो और जिसका सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा हो।