कानपुर : मंडलायुक्त का चढ़ा पारा, बोले घटिया निर्माण क्यों नहीं दिखता

कानपुर। विकास कार्य हो या जनता से जुड़े काम किसी भी काम में लापरवाही या भ्रष्टाचार मै बर्दाश्त नहीं करूंगा.. यह तल्ख तेवर मंडलायुक्त डॉ लोकेश एम के थे 0जब वे मंगलवार को स्मार्ट सिटी का कार्यों का निरीक्षण करने निकले थे। सबसे पहले वे बड़ा चौराहा स्थित राम आसरे पार्क और बस स्टैंड के नवीनीकरण कार्य देखने पहुंचे। यहां कमिश्नर ने बड़ा घालमेल पकड़ा है। नाराज कमिश्नर ने इस पर नाराजगी जताते हुए इस नवीनीकरण कार्य को ध्वस्त कराने के निर्देश देते हुए फिर से बनाने के निर्देश दिए।

आयुक्त के तेवर को देखते हुए मौजूद नगर निगम अधिकारियों के भी हाथ पैर फूले गए। दरअसल, कमिश्नर डॉ. लोकेश एम जैसे ही बड़ा चौराहा स्थित राम आसरे पार्क पहुंचे तो यहां पर पार्क के साथ बस स्टॉप के नवीनीकरण कार्य को देखा। इसकी क्वालिटी और फिनिशिंग बेहद ही घटिया नजर आई, इस पर कमिश्नर ने नगर निगम अफसरों पर जमकर नाराजगी जाहिर की।कमिश्नर ने इस कार्य को फिर से कराने के निर्देश देते हुए इसकी रिपोर्ट भी तलब कर ली है।

बता दें कि कुछ दिनों पहले नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने भी यहां पर निर्माण कार्य में पीली ईंटे लगते हुए पाईं थीं, तब ठेकेदार फर्म पर नगर आयुक्त ने एक लाख का जुमार्ना लगाया था। इसके अलावा बस स्टॉप की क्वालिटी, डिजाइन, फिनिशिंग के साथ कान्सेप्ट भी बेहतर नहीं पाया गया।कमिश्नर ने सुधार के निर्देश देते हुए स्मार्ट सिटी की बैठक में मुद्दा रखने के लिए कहा, निर्माण कार्य की ऐसी स्थिति पर जब कमिश्नर ने स्मार्ट सिटी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी से जवाब तलब किया, तो वह कोई जवाब न दे सके। इस दौरान केस्को से समन्वय बनाकर बड़ा चौराहा पर बिजली की लाइन को अंडरग्राउंड कराने के भी निर्देश दिए गए।

इसके पहले, कमिश्नर ने टेफ्को चौराहा पर चल रहे परमट मंदिर के कॉरीडोर का निरीक्षण किया। यहां पर नाले के स्लेप के ऊपर बनी पार्किंग व सड़क का स्लोप सही नहीं मिलने पर सुधार करने के निर्देश दिए। उसके बाद मंडलायुक्त ने मातहतों को तल्ख शब्दों में कहा कि सुधरिये और जनता हित के कार्यो की गुणवत्ता के लिये मेहनत कीजिये, ठेकेदार के भरोसे न रहिये मै निरीक्षण करूंगा एक एक निर्माणों का अगर लापरवाही मिली तो बोरिया बिस्तर बंधना तय है। मंडलायुक्त के तेवर देख अफसरों की सांसे अटकी रही।

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