मुंबई में INDIA की तीसरी बैठक : विपक्षी गठबंधन इंडिया ने बनाई 14 सदस्यों की कोआर्डिनेशन कमेटी

मुंबई । विपक्षी दलों के इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल अलायंस (I.N.D.I.A.) की तीसरी बैठक मुंबई में हुई। मीटिंग के दूसरे दिन 1 सितंबर को गठबंधन ने 13 मेंबर की कोऑर्डिनेशन कमेटी का ऐलान किया। बाद में कहा गया कि कमेटी में CPI(M) के मेंबर का नाम भी जोड़ा जाएगा। इसके बाद इस कमेटी में 14 मेंबर हो जाएंगे।

विपक्ष की मीटिंग खत्म होने के बाद साढ़े तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इसमें तीन संकल्पों की जानकारी दी गई। इनमें देशभर में गठबंधन की रैलियां करने और कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने के अलावा कैंपेन की थीम जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया रखना शामिल हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में लालू यादव ने कहा- हमने संकल्प लिया है कि मोदी जी को हराकर ही दम लेंगे।

उद्धव ठाकरे

देशभर में हम गठबंधन की रैली करेंगे। जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया थीम तय हुई है। कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है।हम सबने तय किया है कि आने वाले चुनाव में तानाशाही-जुमलेबाजों के खिलाफ लड़ेंगे। हमने सुना था- सबका साथ, सबका विकास। चुनाव जीतने के बाद मित्रों को लात और अपना विकास हुआ। हमारी एकता से विरोधियों में घबराहट है। हम मित्र परिवारवाद के खिलाफ लड़ेंगे। डरिए मत, हम भय मुक्त भारत बनाने जा रहे हैं। आखिर सरकार ने अचानक संसद का विशेष सत्र क्यों बुलाया है?

मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस अध्यक्ष)

सभी का उद्देश्य एक ही है कि मोदी महंगाई के लिए क्या करेंगे, बेरोजगारी के लिए क्या करेंगे। पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ रही है। मोदी जी 100 रुपए बढ़ाते हैं और 2 रुपए कम करते हैं। एलपीजी के दाम डबल हो गए है, लेकिन उन्होंने 200 कम किए।
लोगों को दिखाने के लिए 200 रुपए कम करना और कहना मैं गरीबों के लिए काम करता हूं। मोदी जी कभी गरीबों के लिए काम नहीं करेंगे। वे बड़े-बड़े उद्योगपतियों के साथ मिलकर चलते हैं।
कल ही राहुल गांधी ने एक रिपोर्ट रखी थी कि कैसो अडाणी की संपत्ति बढ़ी।
सीबीआई हो ईडी हो, हर ऑटोनोमस बॉडी का मिसयूज कर रहे हैं, ऐसा कभी नहीं हुआ।
इसके खिलाफ लड़ने के लिए इंडिया का जीतना जरूरी है। इंडिया को जिताने के लिए ही हम सब इस मंच पर बैठे हैं
हम हर राज्य की राजधानी में जाएंगे मीटिंग करेंगे।
मोदी जी झूठ बोलते हैं, लेकिन लोग उसे सच समझते हैं। हमें ये एक्सपोज करना है।

नीतीश कुमार (बिहार के मुख्यमंत्री)

एक बार जब उनसे (पीएम नरेंद्र मोदी) मुक्ति मिलेगी, तब आप प्रेस वाले आजाद हो जाएंगे, तब आपका जो मन करे लिखिएगा।
आजकल देख रहे हैं कि वो कोई काम नहीं कर रहे हैं लेकिन उनकी बड़ाई छापी जा रही है
ये देश के इतिहास को बदलना चाहते हैं, हम इन्हें इतिहास नहीं बदलने देंगे।
सबका उत्थान करेंगे किसी के साथ भेदभाव नहीं होने देंगे। सबको आगे बढ़ाना है।
वो चुनाव कभी भी करा सकते हैं, ये जान लीजिए। हम लोगों ने भी इसकी चर्चा की है। तैयारी भी शुरू कर दी है।

अरविंद केजरीवाल (दिल्ली के मुख्यमंत्री)

ये जो इंडिया अलाइंस है, ये कोई चंद 26-27 पार्टी का अलाइंस नहीं है। यह देश के एक सौ चालीस करोड़ लोगों का अलाइंस है।
जो देश में मोदी सरकार है, वह बेहद भ्रष्ट और अहंकारी सरकार है। हम पढ़ रहे हैं कि विदेश के अखबारों में छप रहा है। एक आदमी (गौतम अडाणी) विदेश में पैसा ले जा रहा है और प्रधानमंत्री मोदी उसकी मदद कर रहे हैं। पूरी सरकार एक आदमी के लिए काम करने में लगी है। ये लोग (मोदी सरकार) अपने आप को भगवान से बड़ा समझने लगे हैं।

इंडिया अलाइंस की ताकत को देखकर अब ये लोग आपस में लड़ाएंगे। रोज खबरें आएंगी कि हमारे यहां ये हो गया, वो हो गया। मैं जिम्मेदारी से कह रहा हूं कि हमारे यहां बहुत अच्छा चल रहा है। यहां कोई किसी पद के लिए नहीं आया है। सब ने आगे बढ़कर जिम्मेदारी ली है। किसी ने सीट शेयरिंग, किसी ने मीडिया मैनेज, किसी ने सोशल मीडिया की जिम्मेदारी ली है।
लालू प्रसाद यादव (बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री)

मुझे काफी प्रसन्नता हुई कि हम इस देश की विभिन्न पार्टियों के नेता अलग-अलग बैठे थे। हम एक नहीं थे। उसका खामियाजा देश को भुगतना पड़ा और मोदी ने काफी इसका फायदा उठाया। लगातार लड़ाई लड़ते-लड़ते हम लोग इस मुकाम पर आए हैं कि हम सब एक निष्कर्ष पर पहुंचे हैं एक स्वरूप बना है। हम शुरू से ही यह लड़ाई लड़ते रहे कि भाजपा हटाओ, देश बचाओ। देश में माइनॉरिटी सुरक्षित नहीं है। महंगाई, बेरोजगारी बढ़ रही है। भिंडी 60 रुपए किलो हो गई, टमाटर कितना महंगा हो गया।

आप सबको याद होगा कि ये लोग कितना झूठ बोलकर ये लोग सत्ता में आए थे ।मेरा भी नाम था उस समय, और देश के नेताओं का नाम प्रचारित किया था कि इन लोगों का पैसा स्विस बैंक में है और हम यह पैसा लाएंगे और देश के हर नागरिक के खाते में 15-15 लाख आएगा।

हमने भी झांसे में खाता खुलवा लिया। हम पति-पत्नी, बच्चों को मिलाकर 11 हो जाते हैं अब इसे 15 से गुणा कर लीजिए। एक पैसा नहीं आया। सब इन्हीं लोगों का पैसा था। हमने इतने अपने ऑपरेशन कराए हैं कि कोई भरोसा नहीं है। आप सबका आशीर्वाद है कि हम जीवित हैं और हम आगे भी मेरा हौसला काफी मजबूत है।

हम इसरो के वैज्ञानिकों से अपील कर रहे हैं कि देश के वैज्ञानिकों को अपील कर रहे हैं कि इन्हें चंद्रलोक की जगह सूर्य लोक भेज दो। पत्रकार भाइयों को प्रणाम करता हूं, सलाम करता हूं, हम यह लड़ाई एकजुट होकर सभी को आगे करके सीट शेयरिंग होगी।
हम लोगों ने संकल्प लिया है कि मोदी जी को हटाकर ही दम लेंगे।

14 सदस्यीय कमेटी में 1 CM, एक डिप्टी CM, दो पूर्व मुख्यमंत्री

विपक्ष की कमेटी में 1 CM, 1 डिप्टी CM, दो पूर्व मुख्यमंत्री, 5 राज्यसभा और 2 लोकसभा सांसदों को जगह दी गई है। इसके अलावा लेफ्ट से दो नेताओं को कमेटी में शामिल किया गया है। कमेटी में झारखंड के CM हेमंत सोरेन (JMM), बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव (RJD)। जम्मू-कश्मीर से दो पूर्व मुख्यमंत्री- उमर अब्दुल्ला (NC) और महबूबा मुफ्ती (PDP)। पांच राज्यसभा सांसद- केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस), संजय राउत (शिवसेना UBT), शरद पवार (NCP), राघव चड्ढा (AAP) और जावेद अली खान (SP)। लोकसभा के दो सांसद- ललन सिंह (JDU), अभिषेक बनर्जी (TMC)। डी राजा (CPI) और एक सदस्य CPI (M) से एक सदस्य को शामिल किया गया है। CPI (M) के सदस्य के नाम की घोषणा नहीं की गई है।

लोगो लॉन्च नहीं हुआ

गठबंधन के लोगो पर सहमति नहीं बन पाई। इसलिए इसे तीसरी बैठक में लॉन्च नहीं किया गया। लोगो के 6 डिजाइन शॉर्ट लिस्ट हुए थे, जिनमें से एक सभी को पसंद आया, लेकिन इसमें कुछ बदलाव होने बाकी हैं। इस पर फैसला अगली मीटिंग में होगा। यह मीटिंग होटल ग्रैंड हयात में हुई। मीटिंग में प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जैसे-जैसे I.N.D.I.A मजबूत होगा तो उसके सदस्यों पर छापे और गिरफ्तारियां भी बढ़ेंगी। बैठक के पहले दिन 31 अगस्त को 28 दलों के नेता शामिल हुए थे। इन्होंने कहा था कि वे देश और संविधान को बचाने के लिए साथ आए हैं।

I.N.D.I.A.की तीसरी बैठक में पास हुआ रेजोल्यूशन

हम I.N.D.I.A. के सदस्य लोकसभा चुनाव जहां तक संभव हो मिलकर लड़ने का संकल्प लेते हैं।
राज्यों में सीट-बंटवारे की व्यवस्था तुरंत शुरू होगी और लेन-देन की भावना के साथ जल्द समाप्त की जाएगी।
हम I.N.D.I.A के सदस्य सार्वजनिक महत्व के मुद्दों पर देश भर में पब्लिक रैली निकालने का संकल्प लेते हैं।
हम I.N.D.I.A के सदस्य कई भाषाओं में जुड़ेगा इंडिया, जीतेगा इंडिया थीम के साथ अपनी रणनीतियों और अभियानों को कोऑर्डिनेट करने का संकल्प लेते हैं।

खड़गे बोले- I.N.D.I.A के सदस्य एजेंसी के छापों के लिए तैयार रहें

BJP एजेंसियों पर पूरा कंट्रोल चाहती है। जैसे ही I.N.D.I.A मजबूत होगा, भाजपा हमारे नेताओं के खिलाफ एजेंसियों का दुरुपयोग करेगी। हमारी ताकत सरकार को परेशान करती है, इसलिए उसने संसद में कई बिलों को आगे बढ़ाया और हमारे सांसदों को निलंबित कर दिया। भाजपा, RSS ने 9 सालों में जो सांप्रदायिक जहर फैलाया है, वह अब ट्रेन यात्रियों, स्कूली बच्चों के खिलाफ अपराधों में दिखने लगा है। हमें सरकार की बदले की राजनीति के कारण आने वाले महीनों में और ज्यादा हमलों, छापों और गिरफ्तारियों के लिए तैयार रहना चाहिए।

ये दल हैं I.N.D.I.A. का हिस्सा

गठबंधन में कांग्रेस, TMC, DMK, AAP, JDU, RJD, JMM, NCP (शरद गुट), शिवसेना (उद्धव गुट), SP, एनसी, PDP, CPM, CPI, RLD, MDMK, केएमडीके, वीसीके, आरएसपी, सीपीआई-एमएल (लिबरेशन), फॉरवर्ड ब्लॉक, आईयूएमएल, केरल कांग्रेस (जोसेफ), केरल कांग्रेस (मणि), अपना दल (कामेरावादी) और एमएमके शामिल हैं।

I.N.D.I.A के 26 दलों में से 14 पिछली बार 326 सीटों पर दूसरे नंबर पर थे

बैठक में सीट बंटवारे का फॉर्मूला प्रमुख मुद्दा है। सहमति इस बात पर है कि भाजपा के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार हो। 2019 में जिस पार्टी का प्रत्याशी दूसरे नंबर पर था, उसे मजबूत दावेदार माना जाएगा। पिछली बार कांग्रेस 209, TMC 19, SP 31, RJD 19, NCP 15 सहित इंडिया के 26 में से 14 दल 326 सीटों पर दूसरे नंबर पर थे। BJD, YSRC, BRS जैसे जो दल साथ नहीं हैं, वहां ऐसे उम्मीदवार को मजबूत दावेदार माना जाएगा, जिससे भाजपा को फायदा न हो।

I.N.D.I.A के सियासी गणित में SC-ST और OBC इतने अहम क्यों

MP, UP, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, बंगाल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल और झारखंड में SC-ST 26.8% व OBC करीब 42% हैं। इन्हीं राज्यों में I.N.D.I.A के दल सरकार में हैं या मजबूत विपक्ष की भूमिका में हैं। जिन राज्यों में कांग्रेस लड़ाई में है, वहां SC-ST को जोड़ने पर काम चल रहा है।

लंबे समय से मायावती दलित राजनीति का चेहरा हैं, पर उनके घटते जनाधार से स्पेस बन गया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ लड़ी BSP को 10 सीटें (3.7% वोट) मिलीं। 2014 में 4.2% वोट थे, पर एक भी सीट नहीं थी। 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी को 22.2% वोट के साथ 19 सीटें मिलीं। 2022 में वोट घटकर 12.9% और सीट एक रह गई। कर्नाटक में जीतने के बाद कांग्रेस में कोर वोट के लौटने का भरोसा जगा है। कर्नाटक में 17.15% दलित वोटर्स हैं। ऐसे में कांग्रेस दलित समुदाय से आने वाले खड़गे को मायावती की जगह प्रोजेक्ट कर रही है। जातिगत जनगणना का समर्थन कर कांग्रेस इन वर्गों को साध रही है। दूसरी ओर, बिहार में जातिगत सर्वे पर भाजपा लगातार ऊहापोह में है।

पटना में 23 जून को विपक्षी पार्टियों की पहली बैठक के बाद जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हुए। वे प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए। उनके जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने स्टेटमेंट जारी करके कहा कि कांग्रेस केंद्र सरकार के काले अध्यादेश पर अपना रुख साफ करे, नहीं तो उनके साथ किसी भी बैठक में शामिल नहीं होंगे।

17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई विपक्षी एकता की दूसरी बैठक में विपक्ष के 26 दल एक साथ आए। बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम INDIA तय किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- भाजपा ने लोकतंत्र की सभी एजेंसियों ED, CBI आदि को नष्ट कर दिया है। हमारे बीच राजनीतिक भेद हैं, लेकिन हम देश को बचाने के लिए साथ आए हैं।

विपक्षी दलों के I.N.D.I.A. गठबंधन की तीसरी बैठक में सपा प्रमुख अखिलेश यादव, RLD प्रमुख जयंत चौधरी और अपना दल कमेरावादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल की मौजूदगी में यूपी की 80 लोकसभा सीटों के बंटवारे का प्लान पेश करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश ने जो प्लान बनाया है उसमें 60% सीटें यानी 48 सीट खुद अपने लिए रखी है। जबकि 40% यानी 32 सीटें दूसरे दलों को देने का प्रस्ताव दिया है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें