20 जुलाई से शुरू मौनसून संसद सत्र 12 अगस्त तक चलेगा, इसमे कुल 19 बैठकें होंगी। इस सत्र में सरकार की ओर से 6 विधेयक पेश किए जा सकते है, जिसमें जम्मू-कश्मीर के बजट के लिए संसद की मंजूरी और 90 साल पुराने विमान अधिनियम को बदलने वाला विधेयक भी शामिल है। विधेयक पेश किए जाने के दौरान विपक्ष की ओर से हंगामा होने की संभावना है।
सत्र की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज सावन का पहला सोमवार है। इस पवित्र दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है। मैं देशवासियों को सावन के पहले सोमवार की शुभकामनाएं देता हूं। आज संसद का मानसून सत्र आरंभ हो रहा है और पूरे देश की नजर इस पर है। यह सत्र सकारात्मक होना चाहिए।
” प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “यह गर्व की बात है कि 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और तीसरी बार पहला बजट पेश करेगी। मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम अपने मिशन को जमीन पर उतारने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह बजट अमृत काल का महत्वपूर्ण बजट है और हमारे अगले 5 साल की दिशा तय करेगा। यह बजट हमारे विकसित भारत के सपने का मजबूत आधार बनेगा।”
लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी ने कहा, “पूरे देश के सामने यह साबित हो गया है कि हमारी परीक्षा प्रणाली में बहुत समस्याएं हैं। केवल NEET में ही नहीं, बल्कि सभी प्रमुख परीक्षाओं में गड़बड़ियां हैं। मंत्री (धर्मेंद्र प्रधान) ने खुद को छोड़कर सभी को दोषी ठहराया है। मुझे नहीं लगता कि वे यहां हो रही गड़बड़ियों के मूल सिद्धांतों को समझते हैं।” पेपर लीक मामले में विपक्षी दल ने बहुत हंगामा मचाया ।
जवाब में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “पिछले सात साल में पेपरलीक को लेकर कोई सबूत नहीं हैं। यह मामला पहले ही सुप्रीम कोर्ट में है और चीफ जस्टिस इसकी सुनवाई कर रहे हैं। एनटीए के गठन के बाद 240 परीक्षाएं हुई हैं, जिनमें 5 करोड़ से ज्यादा छात्रों ने आवेदन किया और 4.5 करोड़ से ज्यादा छात्रों ने इनमें भाग लिया।”