नई दिल्ली: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सूरज पर अपने पहले अंतरिक्षयान को रवाना कर दिया है। पहले इस यान की लॉन्चिंग शनिवार को होनी थी लेकिन तकनीकी खामी के कारण इसे रविवार के लिए टालना पड़ा था। ‘पार्कर सोलर प्रोब’ नाम का यह अंतरिक्ष विमान कार के आकार का है जो सूरज की सतह के सबसे करीब लगभग 40 लाख मील की दूरी से गुजरेगा।
इसका उद्देश्य इस बात के बारे में पता लगाना है कि किस प्रकार से ऊर्जा और गर्मी सूरज को घेरे रहती है। इसके अलावा इतिहास में पहली बार सूर्य के करीब आकर मानव रहित जांच का मुख्य उद्देश्य परिमंडल, सूर्य के आसपास के असामान्य वातावरण के रहस्यों का खुलासा करना है। इतिहास में सूर्य के इतने करीब से कोई भी अंतरिक्ष यान नहीं गुजरा है।
#ParkerSolarProbe lifted off from Space Launch Complex 37 at Cape Canaveral Air Force Station in Florida at 3:31 a.m. EDT aboard a @ulalaunch #DeltaIVHeavy! 🚀 Follow along with the mission here and at https://t.co/KOu1HaS2K3 as we explore the Sun like never before. pic.twitter.com/BSAtpb6QVr
— NASA Sun & Space (@NASASun) August 12, 2018
यह पहला ऐसा मानव निर्मित यान है जो सूरज के बारे में इतने करीब से अध्ययन करेगा। इसमें 4 हैवी रॉकेट भी हैं। सूरज तक पहुंचने में इसे कुछ महीने का समय लग सकता है। इस प्रोजक्ट पर नासा ने 100 अरब से ज्यादा रुपये खर्च किए हैं।
इस यान का नाम सौर वैज्ञानिक यूजेन पार्कर के नाम पर रखा गया है। ‘प्रोब’ ही वह वैज्ञानिक थे जिन्होंने 1958 में पहली बार अनुमान लगाया था कि सौर हवाएं होती हैं। प्रोब ने पता लगाया था कि आवेशित कणों और चुंबकीय क्षेत्रों की धारा होती हैं, जो सूर्य से लगातार निकलती रहती हैं। जब ये धाराएं तेजी से निकलती हैं, तो इसके कारण धरती पर उपग्रह लिंक प्रभावित होता है।