
दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। सट्टा प्रदर्शन के दूसरे दिन मेले का जिला गन्ना अधिकारी ने निरीक्षण किया, उन्होंने गन्ना सचिवों को जरूरी दिशा निर्देश दिये। डीसीओ खुशीराम भार्गव ने बताया कि गन्ना किसानों के प्राथमिक कैलेंडर में कोई कमी है तो उन्होंने लिखित रूप में गन्ना पर्वेक्षको को शिकायत दर्ज करायी होगी। जनपद में गन्ना विकास समितियों पर 10 दिन का सट्टा प्रदर्शन मेला चल रहा है। पहले दिन पूरे जनपद मे 466 शिकायत किसानों द्वारा दर्ज करायी गई। 324 शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया। गन्ना विकास समिति पीलीभीत में किसानो की समस्याओं के निस्तारण को 30 टेबल लगी है। इसके साथ ही सभी सचिवों को निर्देश दिये गये है कि गन्ना समिति मे आने वाले किसानो के लिए पेयजल एवं बैठने की व्यवस्था की जाये।
मेला के दूसरे दिन 800 से अधिक किसानों ने देखे अभिलेख
निरीक्षक के समय सचिव द्वारा बताया गया कि किसानों ने शिकायतें दर्ज करायी है। कुछ शिकायतों की टीम गठित कर स्थलीय जाँच करायी जायेगी। सबसे ज्यादा शिकायत वाले गांव में ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक एवं सचिव स्वयं जाँच करेंगे। मेला में आने वाले किसानों को गन्ने की वैज्ञानिक विधि से खेती की जानकारी दी जायेगी। ट्राईकोडर्मा की पहचान व उसकी रोकथाम, उन्नतिशील गन्ना बीज की उपलब्धता, नैनो यूरिया, नैनो डी. ऐ. पी. का प्रयोग आदि की जानकारी दी।
गन्ना समिति के सचिव प्रदीप अग्निहोत्री को डी. सी. ओ. ने निर्देश दिये कि समिति सदस्यता एवं उपज बढ़ोत्तरी के लिए जो किसान रसीद कटवाना चाहते है उनके लिये पर्याप्त काउंटर खोले जाये। आगामी 30 सितम्बर तक किसान समिति के सदस्य बन सकते है। गन्ना की उपज बढ़ोत्तरी की रसीद निर्धारित शुल्क देकर सदस्यता ले सकते है।