शहीदी दिवस पर पंजाबी समाज सेवा समिति द्वारा शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

भास्कर समाचार सेवा

बदायूं। शहीद दिवस पर पंजाबी समाज सेवा समिति द्वारा भगत सिंह चौक पर शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु को याद कर श्रद्धांजलि दी गयी।
पंजाबी समाज सेवा समिति एवं समिति के युवा प्रकोष्ठ के पदाधिकारी व सदस्यों ने शहीद भगत सिंह चौक पर स्थित शहीदों की मूर्तियों को पुष्प मालाएं पहनाकर व एक मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी| समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक नारंग ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश को आजाद कराने हेतु अपनी जवानी में ही कुर्बानी देने वाले शहीदों को देश कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु तीनो क्रांतिकारियों से अंग्रेज इतने भयभीत हो गए थे कि फांसी की तिथि 24 मार्च 1931 निर्धारित होने के पश्चात भी इन्हें 1 दिन पूर्व ही फांसी दे दी गई। समिति के महासचिव जगजीत वोहरा ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि आज तक ऐसे क्रांतिकारी शहीदों को भारत रत्न से सम्मानित नही किया गया है, जबकि ऐसे क्रांतिकारियों की कुर्बानी के कारण ही हम आजादी की सांस ले पा रहे हैं| समिति उपाध्यक्ष सरदार गुरदीप सिंह धिंगड़ा ने कहा कि हमें इतिहास से सबक लेते हुए अपने बच्चों को सीख देनी चाहिए कि अच्छे कार्य करते हुए यदि कुर्बानी भी देनी पड़े तो वह कम है, क्योंकि हमारी एक कुर्बानी सैकड़ों जिंदगी का भला कर सकती है| युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विकास आहुजा ने कहा कि यदि हमने अपने शहीदों की कुर्बानी को याद नहीं रखा तो वह दिन दूर नहीं कि हम फिर गुलामी वाली मानसिकता के हो जायेंगे| उन्होंने कहा कि कहा कि हमें अपने बच्चों को शहीदों के बारे में बताते रहना चाहिए। इस दौरान अशोक नारंग, सरदार परविंदर सिंह दुआ, जगजीत वोहरा, सरदार गुरदीप सिंह धिंगड़ा, सरदार हरभजन सिंह धिंगड़ा, राकेश सेठी, सरदार नवनीत प्रताप सिंह, उमेश अरोरा व युवा प्रकोष्ठ के विकास आहुजा, मनीष जुनेजा, राजेश धिंगड़ा, विशाल दीवान, अमित गांधी, गौरव ग्रोवर व मोनू मिनोचा आदि उपस्थित रहे|

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