सीतापुर : सरकारी राशन की बोरियों से टपक रहा पानी, नाराज कोटेदारों ने काटा हंगामा

सीतापुर की मंडी से भेजे गए गेहूं की हालत को देख कोटेदारों ने गेहूं लेने से किया इंकार

सीतापुर। राशन वितरण प्रणाली में किस तरह से भ्रष्टाचार का दीमक लग गया है इसकी पोल आज उस वक्त खुली जब ब्लाक सकरन के कोटेदार गोदाम पर राशन उठाने गए। वहां पर जब ट्रक तथा ट्राली में राशन के रूप में दिया जाने वाला गेहूं लादा गया तो उसमें से पानी टपकने लगा। पानी टपकते देख कोटेदार हंगामा काटने लगे। आनन-फानन में सूचना विधायक सेउता ज्ञान तिवारी को दी गई। उन्होंने इसकी जानकारी होते ही एसडीएम बिसवां तथा आपूर्ति अधिकारी को मौके पर पहुंचने को कहा लेकिन भ्रष्टाचारी अधिकारी नहीं पहुंचे तो विधानसभा सत्र में बैठे विधायक तिवारी से सत्र को छोड़ दिया और मौके पर जा पहुंचे।

विधायक ने राशन आपूर्ति करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की कही बात, यह है पूरा मामला

सकरन ब्लाक स्थित कोटेदारों को सरकार जो फ्री में खाद्यान्न देती है वह खाद्यान्न जिला मुख्यालय से लादकर मंगलवार को सांडा में लाया गया। ट्रक से पानी टपकने व गीला गेहूं होने से नाराज कोटेदारों गेहूं लेने से मना कर दिया। इसकी सूचना पाकर क्षेत्र भाजपा कार्यकर्ता व राशन कार्ड धारक मौके पर पहुंचे। इसकी सूचना विधायक ज्ञान तिवारी को दी गई। विधायक उस दौरान विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंच चुके थे। उन्होंने मौके पर एसडीएम को पहुंचने को कहा। काफी देर हो गई जब एसडीएम नहीं पहुंचे तो विधायक विधानसभा छोड़कर लखनऊ से सीधे सकरन को चल दिए।

विधायक लखनऊ से पहुंच गए लेकिन कोई अधिकारी व कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। ट्रक का चालक व कंडक्टर गाड़ी छोड़कर मौके से फरार हो गए। विधायक मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा ट्राली और ट्रक में जो गेहूं लोड था उनसे पानी का रिसाव हो रहा था। गेहूं में काफी नमी थी इस पर उन्होंने नाराजगी जताकर जिलाधिकारी को पूरे मामले से अवगत कराया। जिलाधिकारी ने इस शिकायत को गंभीरता से लेकर एसडीएम तथा आपूर्ति विभाग, एफसीआई की टीम को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए।

कोटेदारों को बुलाकर गोदाम पर दिया जाता है राशन

विधायक ने जब पूछताछ की तब बताया गया कि यह गेहूं गल्ला मंडी सीतापुर से लाया गया है जोकि कोटेदारों को वितरित करना था। शासन के निर्देश से एफसीआई गोदाम से सीधे कोटेदारों के यहां गेहूं उतरा जाएगा लेकिन इसका पालन नहीं किया जा रहा था। गल्ला गोदाम पर ही कोटेदारों को बुलाकर गेहूं का उठान किया जा रहा था। डीएम के निर्देश पाते ही मौके पर एसडीएम आपूर्ति विभाग तथा एफसीआई के संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंच गए और जांच शुरू की अब सवाल ये उठता है जब शासन के निर्देश हैं कि कोटेदार के दरवाजे तक खाद्यान्न भेजा जाएगा तो फिर गोदाम बुलाकर कोटेदारों को सप्लाई क्यों दी जाती है यही नहीं हर महीने गिलावा कम खाद्यान्न वितरित किए जाने की भी शिकायत लगातार कोटेदारों द्वारा की जा रही थी लेकिन प्रशासन द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही थी जिस पर आज कोटेदारों का गुस्सा फूट पड़ा।

दर्ज होगी एफआईआर

विधायक ज्ञान तिवारी ने स्पष्ट और दो टूक शब्दों में चेतावनी देते हुए प्रशासन से कहा कि या रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा मुख्यमंत्री की मंशा के तहत भ्रष्टाचार के तहत कार्यवाही की जाएगी इसमें किसी को बख्शा नहीं जाएगा। मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

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