फेक मैसेज को रोकने के लिए WhatsApp एक ऐसे लिंक डिटेक्शन फीचर पर काम कर रहा है जिसका नाम है सस्पीशियस। ये एक ऐसा फीचर है जिसके जरिए WhatsApp पर फारवर्ड किए गए मैसेज का जांच WhatsApp खुद करेगा। अगर मैसेज झूठा साबित हुआ तो लोगों को सचेत करेगा।
जी हां, दुनिया में दिन पर दिन बढ़ते सोशल नेटवर्किंग साइट यानि WhatsApp के होड़ में भारत सबसे आगे है। यहां पर हर रोज कई WhatsApp के नए युजर्स जुड़ रहे है लेकिन इस दौड़ में फेक यानि झूठे मैसेज का चलन भी बढ़ रहा है। कई लोग इस झुठे मैसेज पर बिना सोचे समझे विश्वास कर लेते है जिसका नतीजा उन लोगों के साथ-साथ कई और लोगों को भी भुगतना पड़ता है। इन फेक मैसेजों से कई मासूम लोगों के जान भी चले जाते है। इन सभी गंभीर स्थितियों को देखते हुए WhatsApp एक ऐसे लिंक डिटेक्शन फीचर पर काम कर रहा है जिसका नाम है सस्पीशियस। ये एक ऐसा फीचर है जिसके जरिए WhatsApp पर फारवर्ड किए गए मैसेज का जांच WhatsApp खुद करेगा। अगर मैसेज झूठा साबित हुआ तो लोगों को सचेत करेगा।
कैसे करेगा काम
सस्पीशियस लिंक डिटेक्शन फीचर के तहत जैसे ही किसी मैसेज के साथ कोई लिंक WhatsApp पर भेजा जाएगा,WhatsApp उस लिंक का जांच करेगा। अगर इस जांच में उस लिंक में कोई भी संदेह हुआ तो उस मैसेज पर रेड मार्क लगाया जाएगा। इस रेड मार्क के तहत ये पता चलेगा कि यह मैसेज या लिंक झूठा या अफवाह है।
कब तक आएगा आपके WhatsApp में यह फीचर
सस्पीशियस लिंक डिटेक्शन फीचर फिलहाल यह परीक्षण के दौर में है। इसे WhatsApp के 2.18.204 बीटा वर्जन में जल्द ही इस्तेमाल में लाया जाएगा।
कुछ महत्वपुर्ण आकड़े
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में WhatsApp के सक्रिय यूजर्सो की संख्या लगभग 20 करोड़ है और यह संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। साल 2020 तक भारत देश में अनुमानित WhatsApp के सक्रिय यूजर्सो की संख्या लगभग 45 करोड़ होने की संभावना है। झूठे मैसेजों के चलते एक साल में भारत में 29 लोगों की जान जाती है