कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों मे शिक्षण के प्रति अभिरूचि एवं सृजन शीलता का विकास करना: अमित गोयल


भास्कर समाचार सेवा
विवेक काॅलेज ऑफ एजुकेशन, बिजनौर में दो दिवसीय शिक्षण अधिगम सामग्री (टी0एल0एम0) कार्यशाला का हुआ समापन।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्वेश्य छात्राध्यापकों को प्रभावशाली एवं समुचित शिक्षण- अघिगम सामग्री का निर्माण एवं प्रयोग करने के लिए प्रेरित करना रहा, जिससे शिक्षण कार्य को रूचिकर बनाया जा सके। विवेक काॅलेज के चेयरमैन अमित गोयल ने छात्राध्यापकों को कार्यशाला का महत्व बताते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन छात्रों मे शिक्षण के प्रति अभिरूचि एवं सृजन शीलता का विकास करते है। जिससे छात्र बदलते वैश्विक परिदृश्य में आने वाली चुनोतियों का सामना बखूवी ढंग से कर सके ।
काॅलेज सचिव इं0 दीपक मित्तल ने अपने उद्बोधन में छात्राध्यापकों को बताया कि बदलते शैक्षिक परिप्रेक्ष्य मे छात्रो को इस योग्य बनाना है कि वे एक शिक्षक के रूप में व्यक्तित्व का समुचित विकास कर देश की सकारात्मक प्रगति में अपना योगदान दे सकें।
प्राचार्या डाॅ0 दीप्ति डिमरी ने कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारा उदृेश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास करना है जिसमें इस तरह के आयोजन भावी शिक्षकों में शिक्षण के प्रति सकारात्मक अभिवृति का विकास करते है तथा उन्हे भविय में सफल शिक्षक बनाने में महत्वपूर्ण योगदान करते है।
कार्यशाला सयोजक रजनीश कुमार ने बताया कि शिक्षण अधिगम सामग्री में चित्र,ग्लोब,चार्ट,माॅडल के माध्यम से प्रकरण को समझाने का प्रयास किया जाता है, जिसका उद्देश्य पाठों को रोचक बनाना, सीखना आसान बनाना और छात्रों में अवधारणाओं को आसानी से समझने की क्षमता को विकसित करना होता है।
कार्यशाला का संचालन रजनीश कुमार एवं हरेन्द्र कुमार यादव द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में बी0एड0 विभाग इंचार्ज नवनीत कुमार एम0एड0 विभाग इंचार्ज शालिनी, ममता राजपूत, मनीषा सिंह, भूपेन्द्र कुमार, राजीव कुमार, अखिलेश कुमार, निधि हुड्डा, आरती नेगी, डाॅ0 वैशाली, आदि का योगदान रहा ।

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