महिलाओं के हालात पर उठता “दिलों में उफान”, फ़िल्म में अनीश विक्रमादित्य ने किया प्रभावित

सिनेमा अब बहुत रियलिस्टिक हो गया है। दर्शक परियों की कहानी देखने के बजाय सामाजिक मुद्दे पर बनी मूवी देखना चाहते हैं। महिलाओँ पर अत्याचार के विषय पर बनी फिल्म “दिलों में उफान” आंख खोलने वाली फ़िल्म है। सदाबहार हीरो देवानंद द्वारा लॉन्च किए गए एक्टर अनीश विक्रमादित्य इस फ़िल्म में मुख्य भूमिका में हैं जिन्होंने भरपूर प्रभाव छोड़ा है।

फ़िल्म की कहानी पूर्व नृत्यांगना सन्नो और उसके ग्रुप के डांसर्स के इर्दगिर्द घूमती है जो एक छोटे से शहर में रहते हैं। एक दिन सन्नो की दिव्यांग बेटी सिम्मी के साथ एक चौंकाने वाली घटना होती है। उसके बाद जांच की पेचीदगी और इंसाफ की लड़ाई शुरू होती है। यह फिल्म कई सवाल भी उठाती है कि क्या लड़कियां और महिलाएं आज भी पूरी तरह सुरक्षित हैं?

सत्य घटना से प्रेरित फिल्म “दिलों में उफान” बलात्कार के मामले पर बेस्ड है। छोटे शहर की दिव्यांग लड़की के साथ जब दिल को दहला देने घटना होती है तो फिर कैसे अनीश विक्रमादित्य का किरदार सामने आता है। वह देखने लायक है फ़िल्म का क्लाइमैक्स तो एकदम चौंका देगा।

हिंदी फिल्म “दिलों में उफान” डिजिटल प्लेटफार्म पर रिलीज हुई है। फ़िल्म एमएस धोनी में मां का रोल करने वाली अभिनेत्री नीता मोहिंद्र और काव्या शुक्ला की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण है। मेटाफाबेक्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रेजेंट की गई इस फ़िल्म में अनीश विक्रमादित्य का रोल और लुक काफी अलग है.

सोशल कॉज़ पर बनी हुई यह महिला प्रधान फ़िल्म है, जो एक गहरा सन्देश देती है कि ज़िंदगी में कितनी भी परेशानी या चुनौती आए, इंसान को टूटना नहीं चाहिए बल्कि हालात से लड़ना चाहिए। फ़िल्म देखने लायक है और जब पिक्चर खत्म होती है तो आप के जेहन में अनीश विक्रमादित्य का किरदार और उनकी अदाकारी बस जाती है।

फ़िल्म समीक्षा ; दिलों में उफान
कलाकार ; अनीश विक्रमादित्य, नीता मोहिंद्र, काव्या शुक्ला, दीक्षा अस्थाना, आशुतोष सिन्हा, धरम शर्मा
लेखक निर्देशक ; सुखविंदर सिंह
निर्मात्री ; रचना कुमारी
रेटिंग ; 3 स्टार्स

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