UP को एक साथ मिली नौ मेडिकल कॉलेजों की सौगात : PM मोदी बोले-स्वस्थ और निरोग भारत का सपना हो रहा पूरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सिद्धार्थनगर और वाराणसी दौरे पर हैं। वह गोरखपुर एयरपोर्ट से सिद्धार्थनगर पहुंचे। यहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। यहां से पीएम मोदी ने UP को 2,329 करोड़ की लागत से बने 9 मेडिकल कॉलेजों की सौगात दी। भारत माता की जय के नारों के साथ पीएम ने कहा कि आज प्रदेश के 9 मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन हुआ है। स्वस्थ और निरोग भारत का सपना पूरा हो रहा है। आप सभी को बधाई।

पीएम ने आगे कहा कि इस पवित्र धरती का आर्शीवाद लेने आया हूं। आज का दिन पूर्वांचल और उत्तर प्रदेश के लिए आरोग्य की डबल डोज लेकर आया है। केंद्र व यूपी में जो सरकार है, वो अनेकों कर्मयोगियों व दशकों की तपस्या का फल है। सिद्धार्थनगर ने भी स्वर्गीय माधव प्रसाद त्रिपाठी जी के रूप में एक ऐसा समर्पित प्रतिनिधि देश को दिया, जिनका अथक परिश्रम राष्ट्र के काम आ रहा है।

माधव बाबू ने हमेशा पूर्वांचल के विकास की चिंता की
पीएम ने कहा कि माधव बाबू ने राजनीति में कर्मयोग की स्थापना के लिए पूरा जीवन खपा दिया। यूपी भाजपा के पहले अध्यक्ष के रूप में, केंद्र में मंत्री के रूप में पूर्वांचल के विकास की चिंता की। इसलिए सिद्धार्थनगर के मेडिकल कॉलेज का नाम ‘माधव बाबू’ के नाम पर रखना, उनके प्रति सेवा भाव के प्रति सच्ची कार्यांजली है। इसके लिए सीएम योगी सरकार को बधाई देता हूं। माधव बाबू का नाम, यहां से पढ़कर निकलने वाले युवा डॉक्टरों को जनसेवा की निरंतर प्रेरणा भी देगा।

यूपी और पूर्वांचल में है जीवन से जुड़ी बहुत विस्तृत विरासत
यूपी और पूर्वांचल में आस्था, आध्यम और सामाजिक जीवन से जुड़ी बहुत विस्तृत विरासत है। इस विरासत को स्वस्थ, सक्षम, समृद्ध उत्तर प्रदेश के भविष्य के साथ भी जोड़ा जा रहा है। आज जो 9 जिलों में मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण किया है, उनमें यह दिखता भी है।

सिद्धार्थनगर में माधव प्रसाद तिवारी मेडिकल कॉलेज, देवरिया में महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज, गाजीपुर में महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कॉलेज, मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी मेडिकल कॉलेज, प्रतापगढ़ में डॉ. सोने लाल पटेल मेडिकल कॉलेज, एटा में वीरांगना अवंतीबाई लोधी मेडिकल कॉलेज, फतेहपुर और हरदोई समेत 9 मेडिकल कॉलेज पूर्वांचल की सेवा करने को तैयार हैं।

पीएम ने कहा कि करीब 2500 नए बेड तैयार हुए हैं। 5 हजार से अधिक डॉक्टर और पैरा मेडिकल के लिए रोजगार के नए अवसर बने है। इसके साथ ही हर साल सैकड़ों युवाओं के लिए मेडिकल की पढ़ाई के लिए नया रास्ता खुला है। जिस पूर्वांचल को पहले की सरकारों ने बीमारियों से जूझने के लिए छोड़ दिया था। वहीं, अब पूर्वी भारत का मेडिकल हब बनेगा। ये धरती देश को डॉक्टर देने वाली है।

पूर्वांचल अब देश को देगा नया उजाला
पीएम ने कहा कि पूर्वांचल को दिमागी बुखार से होने वाली मौतों के लिए बदनाम कर दिया गया था, वही पूर्वांचल अब देश को नया उजाला देने वाला है। योगी जी ने संसद में यूपी की बदहाल व्यवस्था सुनाई थी, तब वे सिर्फ संसाद थे। जब जनता ने उन्हें मौका दिया तो उन्होंने हजारों के बच्चों का जीवन बचा लिया।

मोदी ने आगे कहा कि पहले अच्छे इलाज के लिए बड़े शहर जाना होता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। यहां के लोगों का तो इलाज तो होगा ही, साथ ही आसपास के इलाके के लोगो का भी अब यहां इलाज होगा। बीमारी अमीर गरीब नहीं देखती है। इसलिए इन सुविधाओं का लाभ भी हर किसी को एक बराबर होती है। 4 साल पहले यूपी में जो सरकार में थे, वे सिर्फ घोषणाएं करके बैठ जाते थे, लेकिन योजनाएं कभी पूरी नहीं होती थी।

पहले भ्रष्टाचार की साइकिल 24 घंटे चलती रहती थी
पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीबों को लूटने वाली भ्रष्टाचार की साइकिल 24 घंटे चलती रहती थी। यूपी में भ्रष्टाचार की साइकिल खूब चली। तिजोरी भर्ती रहती थी। बीते सालों में डबल इंजन की सरकार ने हर गरीब तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए पूरी ईमानदारी से काम किया है। आयुष्मान भारत कार्ड से आज हर गरीब का इलाज हो रहा है। जन औषधि केंद्र पर सस्ती दवाइयां मिल रही हैं। दिवाली और छठ का पर्व इस बार पूर्वांचल के साथ पूरी यूपी के लिए आरोग्य का एक नया पर्व लेकर आया है।

CM योगी बोले- दो-दो स्वदेशी वैक्सीन देकर 100 करोड़ से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन पूरा
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त है। दुनिया की बड़ी-बड़ी ताकतें सदी की इस महामारी के सामने असहाय दिख रही हैं। उस समय विपरीत और चुनौतीपूर्ण स्थितियों में दो-दो स्वदेशी वैक्सीन देकर 100 करोड़ से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन पूरा कर पूरी दुनिया के सामने अपने नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया बोले- PM की सोच, हर जिले में हो एक मेडिकल कालेज
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य, परिवार एवं कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि पीएम की सोच है कि हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज हो। एक दिन में 9 मेडिकल कालेजों को समर्पित किया जा रहा है। यह छोटी बात नहीं है। सभी जिलों में रहने वाले लोगों को हेल्थ की सुविधाएं मिलेगी। इसके आसपास रोजगार के अवसर मिलेंगे। पिछले 7 साल में स्वास्थ्य सेवा में सुधार हुआ। 170 मेडिकल कालेज खुले हैं। 27 मेडिकल कालेज सिर्फ यूपी में खुले है। पहले 51 हजार सीटें थीं अब 32 हजार सीटों की वृद्धि हुई है।

काशी से 5189 करोड़ के प्रोजेक्ट का लोकार्पण
वहीं, अपने संसदीय क्षेत्र काशी से देश को ‘आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत’ योजना का उपहार देंगे। इसके साथ ही वह 5189 करोड़ रुपए की 28 परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे। इनमें से 15 परियोजनाएं ऐसी हैं, जो सड़क मार्ग से आवागमन की सहूलियत बढ़ाएंगी, साथ ही शहर में जाम की समस्या से भी निजात दिलाएंगी।

इसके अलावा पर्यटन के नए केंद्र रोजगार के अवसर बढ़ाएंगे तो गांवों में किसानों को घर बैठे अपनी आय बढ़ाने के साधन भी मिलेंगे। इस वजह से प्रधानमंत्री का यह दौरा वाराणसी और उसके इर्दगिर्द के पूर्वांचल के अन्य जिलों के लोगों के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

LIVE अपडेट

  • PM मोदी गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचे। यहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की।
  • गोरखपुर से सीएम योगी के साथ पीएम मोदी सिद्धार्थनगर पहुंचे।
  • सिद्धार्थनगर से मोदी ने 9 मेडिकल कॉलेजों की दी सौगात।

2,329 करोड़ की लागत से 9 जिलों में मेडिकल कॉलेज
2329 करोड़ की लागत से बने नौ जिलों देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, जौनपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज का पीएम नरेंद्र मोदी लोकार्पण किया।

PM मोदी का मिनट- टू- मिनट कार्यक्रम

  • PM मोदी सिद्धार्थनगर से 2,329 करोड़ की लागत से बने 9 मेडिकल कॉलेजों की सौगात व जनसभा।
  • सुबह 11.35 बजे जनसभा स्थल से सिद्धार्थनगर हेलीपैड के लिए रवाना होंगे।
  • सुबह 11.45 बजे सिद्धार्थनगर हेलीपैड से गोरखपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे।

आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना क्या है?
अब पीएम के दौरे में आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना को सबसे बड़ी हाईलाइट माना जा रहा है। सरकार ने जानकारी दी है कि ये सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है, जो देश के स्वास्थ्य ढांचे को और ज्यादा मजबूत करेगी। इस योजना के तहत सरकार 5 साल में 64,180 करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। योजना का उद्देश्य यही है कि महामारी के दौरान पूरा देश मजबूती से इसके खिलाफ लड़ सके। प्रयास रहेगा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचे में आई कमियों को दूर किया जा सके।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें