यूपी विधानसभा चुनाव 2022: ईटीपीबीएस के बिना विदेशी कार्यरत मतदाताओं को नही मिलेगा ये लाभ, जाने क्यों…

यूपी विधानसभा चुनाव 2022: यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने इस बार ऐसी सुविधा दी है कि विदेशों में कार्यरत मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। विदेश में स्थित भारतीय दूतावासों में कार्यरत कर्मियों एवं देश की सीमाओं के साथ आंतरिक सुरक्षा में तैनात सशस्त्र जवानों के लिए मतपत्र तैयार कर उन तक भेज भी दिए गए हैं। वहीं इलेक्ट्रानिक बैलेट पेपर विदेश भेजे जा चुके हैं। राज्य के बाहर सैन्य सहित केंद्रीय सेवाओं में नौकरी कर रहे मतदाताओं को पहली बार इलेक्ट्रानिक ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट पेपर्स (ईटीपीबीएस) के जरिये मतदान की सुविधा मिलेगी।

ETPBAS के जरिये किसको मिलेगी वोट की सुविधा

बताया जा रहा हैं कि सेना, अद्र्धसैनिक बल में कार्यरत ऐसे सैनिक जो घर से दूर रहकर देश की सीमाओं व आंतरिक सुरक्षा के लिए मुस्तैद हैं या विदेश सेवा में रहते हुए किसी दूतावास में कार्यरत हैं, तो उन्हें सर्विस मतदाता कहा जाता है। राज्य के बाहर सैन्य सहित केंद्रीय सेवाओं में नौकरी कर रहे मतदाताओं को पहली बार इलेक्ट्रानिक ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट पेपर्स (ईटीपीबीएस) के जरिये मतदान की सुविधा मिलेगी। भारत निर्वाचन आयोग ने इंटरनेट के जरिए सर्विस मतदाताओं तक पहुंचाने की व्यवस्था की है।

पोस्टल बैलेट पेपर क्यों है इतना महत्व

वहीं सर्विस मतदाता इस पर अपना मत अंकित करने के बाद पहले की तरह वापस डाक से भेजेंगे। डाक व्यवस्था का खर्च मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के स्तर पर वहन किया जाएगा। सर्विस मतदाताओं को पोस्टल बैलेट पेपर के साथ ही चार तरह के प्रपत्र डाक की बजाय ई-मेल से भेजे जा रहे हैं। पोस्टल बैलेट की व्यवस्था सुरक्षित रखने के लिए इस कम्यूनिकेशन को फिलहाल एकतरफा ही रखा गया है। यानी मतदाताओं के पास इलेक्ट्रानिक पोस्टल बैलेट मेल के माध्यम से पहुंचेगा। उन्हें इसे स्पीड पोस्ट या रजिस्ट्री के जरिये वापस करना होगा। इन मतों की गिनती क्यू आर कोड स्कैन करके होगी। गड़बडी रोकने को लेकर साफ्टवेयर आधारित वेरीफिकेशन की व्यवस्था की गई है। डाक से प्राप्त होने वाले पोस्टल बैलेट में घोषणा पत्र (फार्म 13रू.) नहीं पाये जाने पर या जारी पोस्टल बैलेट आइडी का प्राप्त बैलेट आइडी से मिलान न होने पर मत रद किया जा सकता है।

जानिए चौरी चौरा में कितने वोटर हैं

आपको बता दें कि विदेश सेवा के सर्वाधिक मतदाता सदर विधानसभा क्षेत्र के हैं। यहां छह वोटर हैं जबकि चौरी चौरा विधानसभा में दो व चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र में इस तरह का एक मतदाता है। शेष छह विधानसभा क्षेत्रों में विदेश सेवा में काम करने वाला कोई मतदाता नहीं है। खजनी विधानसभा में सबसे अधिक एक हजार 372 सर्विस मतदाता हैं। पिपराइच में सबसे कम यानी 671 मतदाताओं की संख्या हैं।

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